एक वक़्त ऐसा भी दो मुझे मेरे श्याम, जिसमें मेरा मन बिलकुल खाली हो, भर सकूँ मैं तेरी भक्ति उसमें, सिर्फ तू ही उसका माली हो… ।। जय श्री श्याम ।।
ना मांगू मैं महल दुमहले ना बंगला ना कोठी। जन्म मिले उस आंगन में जहां जले श्याम की ज्योति,जय श्री श्याम।।
उम्मीद बिखरी पड़ी थी, नाव भी टूटी पड़ी थी, पर तूफान भी कुछ नही बिगाड़ पाया उसका, क्योंकि सिर पर श्याम की मोर छड़ी थी!
हाथ जोड़कर विनती करू, है करुणामय बाबा श्याम, सुख में , दुख मे , हर घडी जपु तुमारा नाम ।
पांचों उंगलियां नहीं है बराबर, सब किस्मत के अनुसार मिले, है उसकी किस्मत बहुत बड़ी, जिसको प्यारे तेरा दरबार मिले। जय श्री श्याम
बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ, और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ, बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी, इक तू ही हैं जिसके सहारे मैं चलता हूँ !
हारे का ये साथी मेरा लखदातार है, तीन बाण धारी श्याम, विष्णु का अवतार है।।
बेससब चाहत रखते हैं श्याम, तेरे दीदार पाने की, पर श्याम कहते हैं, मैं तो तेरे दिल में बैठा हूँ, तुझे जरूरत नहीं, कहीं और जाने की,जय श्री श्याम.
थोड़ा सा गर विश्वास रखो तो तार देते हैं, मन में गर आस रखो तो संवार देते हैं, ऐसे दयालु हैं मेरे श्याम, दिल के पास रखो तो बेइन्तहा प्यार देते हैं !
खाटू जब भी जाओगे, मन की मुरादे पाओगे, सच्चा है दरबार श्याम का, भर के झोली लाओगे।।
मोर छड़ी और काली कमली, होंठो पे मुस्कान है, बिन मांगे जो भर देता झोली, ऐसा है हमारा श्याम।।
कठिन राह भी सरल हो जायेगी, मुश्किलें सारी हल हो जायेगी, एक बार आजा तू शरण श्याम के, जिन्दगी तेरी सफल हो जायेगी !
बाबा तुमने अपनी आँखों में नूर छुपा रखा है, होश वालो को दीवाना बना रखा है, नाज कैसे न करू तुम पर प्यारे, मुझ जैसे नाचीज़ को ख़ास बना रखा है!!
श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा, बाकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा।
बड़े शौक से उतरे थे ऐ श्याम तेरे इश्क के समंदर में, पहली लहर ने ही ऐसा डुबाया की अब तक किनारा ना मिला !
हम भी तेरी मोहनी मूरत दिल में छिपाये बैठे है , तेरी सुन्दर सी छवि आँखों में बसाये बैठे है, इक बार बांसुरी की मधुर तान सुनादे मेरे श्याम. हम भी एक छोटी सी आस जगाये बैठे है।
मेरे श्याम- ये जिन्दगी का सफर, कटे तेरे सम्मान मे, चाहे आधी ही हो जिन्दगी, पर गुजरे तेरे गुणगान में।।
कोई नही है मेरी फिक्र करने वाला, फिर भी बेफिक्र रहता हूँ, बस एक है मेरे ऊपर जान छिडकने वाला, जिसे मैं बाबा श्याम कहता हूँ!