श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा, बकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा !
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद, श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद।
श्याम प्रभु के पीछे पड़ जा, चाहत रंग दिखलाएगी, प्रीत की डोरी बड़ी प्रबल हैं, श्याम से तुझे मिलाएगी !
चन्दन हैं खाटू की माटी, अमृत यहाँ का नीर, ये दोनों जिसको मिल जाए, बहुत बड़ी तकदीर।
ख्वाबों की सजी थी महफिल, पर हसरत नीलाम हो गई, तूने क्या एक नजर देखा सांवरे, मेरी रूह तक गुलाम हो गई !
हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास, लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरे होगी आस।
जिन आंखों को श्याम के दर्शन की आदत हो, वो आंखे अपने मुक्कदर पे रोया नहीं करती !
अजब हैं तू दातार सांवरे, गजब तेरी दातारी रे, हर लेता हैं पीड़ा भक्त की, चाहे विपदा हो कितनी भारी रे!
तेरे दर पर आने से पहले में बहुत कमजोर होता हूँ, ओर जब छू लेता हूँ तेरी चौखट तो में कुछ और होता हूँ!
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद, श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद !
रूठी थी किस्मत मेरी भी अब मेहरबान हो गयी, श्याम के नाम से ही अब मेरी पहचान हो गयी!
ना अमीरों की बात हैं, ना गरीबों की बात हैं, श्याम तेरे धाम की सेवा, तो नसीबो की बात हैं !
रूप बड़ा निराला गणपति मेरा बड़ा प्यारा जब भी आए कोई मुसीबत मेरे बप्पा ने पल में हल कर डाला.
सांसे थाम कर रखो, कुछ हलचल होने वाली है, ढोल ताशे की आवाज़ से गणपति बप्पा आने वाले है!
आपका सुख गणेश के पेट जितना बड़ा हो आपका दुःख उंदर जैसा छोटा हो, आपकी लाइफ गणेश जी की सूंड जितनी बड़ी हो आपके बोल मोदक जैसे मीठे हो!
चलो खुशियो का जाम हो जाए, लेके बप्पा का नाम कुछ अच्छा काम हो जाए, खुशिया बाँट के हर जगह आज का दिन बप्पा के नाम हो जाए।
परंपरा हम भी निभाते है, मोरया की वंदना हम भी करते है, गर्व से बजाते है और बाप्पा को भी नचाते है, इसलिए तो कहता हूं, बाप्पा बाप्पा मोरया!!
जब भी आते हैं खुशियाँ दे जाते हैं. जब भी आते हैं आशीर्वाद का तोहफा लाते हैं. जब भी आते हैं सफलता का मार्ग देते हैं ऐसा देवो देव को प्रणाम जय हो गणपति बाप्पा की.