जिनको श्रीराम का वरदान है, गदा धारी जिन की शान है । बजरंगी जिनकी पहचान है, संकट मोचन वह हनुमान है।
करो कृपा मुझ पर है हनुमान जीवन-भर करूँ मैं तुम्हे प्रणाम जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं!
शेरो वाली दहाड़ फ़िर सुनाने आए हैं, आग उगलने को फ़िर परवाने आये हैं, रास्ता भी छोड़ दिया स्वयं काल ने, जब देखा उसने “महावीर” के दीवाने आए हैं !
पवन पुत्र जिनका नाम है, तिरुपति जिनका धाम है, स्वामी जिनके राम हैं, भरे वह वक्त महान हैं ।
चरण शरण में आयें के धरु तिहारो ध्यान, संकट से रक्षा करो हे महावीर हनुमान।
हनुमान तुम बिन राम हैं अधूरे करते तुमभक्तों के सपने पूरे माँ अंजनी के तुम हो राजदुलारे राम-सीता को लगते सबसे प्यारे
स्वर्ग में देवता भी उनका, अभिनंदन करते हैं । जो हर पल हनुमान जी का वंदन करते हैं ।
बजरंग जिनका नाम हैं, सत्संग जिनका काम हैं, ऐसे हनमंत लाल को मेरा बारम्बार प्रणाम हैं ।
ये जब हनुमान तुमको कहते हैं दुख भजन इस द के नर नारी सब शीश-झुकाते हैं नाम बड़ा है तेरा सब गुण तेरे गाते हैं |
सबके दुःख को दूर करे वो बजरंगबली, देते सुख, करते सब भक्तों की भली राम-राम हरपल वो करते जाप हैं, सकल सृष्टि के करता प्रभु आप हैं।
मेरे बजरंगी अब तो कब दो बेरा पार, तुम हो दुःख-हर्ता कहता ये सारा संसार, सीता मैया की लंका से खबर तुम लाये, तभी तो तुम श्री राम के मन को भाये!
राम का हूँ भक्त मैं, रूद्र का अवतार हूँ अंजनी का लाल हूँ मैं, दुर्जनों का काल हूँ साधुजन के साथ हूँ मैं, निर्बलो की आस हूँ सद्गुणों का मान हूँ मैं, हां मैं हनुमान हूँ!