चरण शरण में आयें के धरु तिहारो ध्यान, संकट से रक्षा करो हे महावीर हनुमान।

चरण शरण में आयें के धरु तिहारो ध्यान, संकट से रक्षा करो हे महावीर हनुमान।

Hanuman Ji Status

मेरे तन मन में राम हैं, मेरे रोम-रोम में राम हैं, मेरे मन में भी राम का ही नाम हैं.

मेरे तन मन में राम हैं, मेरे रोम-रोम में राम हैं, मेरे मन में भी राम का ही नाम हैं.

जब लत लग गई हनुमान तेरे नाम की, तो फिर यह दुनिया मेरे किस काम की। जय श्री हनुमान

जब लत लग गई हनुमान तेरे नाम की, तो फिर यह दुनिया मेरे किस काम की। जय श्री हनुमान

हनुमान हैं नाम महान, हनुमान करे बेड़ा पार, जो जपता हैं नाम हनुमान, होते सब दिन एक समान।

हनुमान हैं नाम महान, हनुमान करे बेड़ा पार, जो जपता हैं नाम हनुमान, होते सब दिन एक समान।

सब सुख लहे तुम्हारी शरना, तुम रक्षक काहूको डरना, आपन तेज, सम्हारो आपे तीनों लोक, हांक ते कापे !

सब सुख लहे तुम्हारी शरना, तुम रक्षक काहूको डरना, आपन तेज, सम्हारो आपे तीनों लोक, हांक ते कापे !

जिनको श्रीराम का वरदान है, गदा धारी जिन की शान है । बजरंगी जिनकी पहचान है, संकट मोचन वह हनुमान है।

जिनको श्रीराम का वरदान है, गदा धारी जिन की शान है । बजरंगी जिनकी पहचान है, संकट मोचन वह हनुमान है।

करो कृपा मुझ पर है हनुमान जीवन-भर करूँ मैं तुम्हे प्रणाम जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं!

करो कृपा मुझ पर है हनुमान जीवन-भर करूँ मैं तुम्हे प्रणाम जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं!

शेरो वाली दहाड़ फ़िर सुनाने आए हैं, आग उगलने को फ़िर परवाने आये हैं, रास्ता भी छोड़ दिया स्वयं काल ने, जब देखा उसने “महावीर” के दीवाने आए हैं !

शेरो वाली दहाड़ फ़िर सुनाने आए हैं, आग उगलने को फ़िर परवाने आये हैं, रास्ता भी छोड़ दिया स्वयं काल ने, जब देखा उसने “महावीर” के दीवाने आए हैं !

बोले-बोले हैं हमसे हनुमान, बोलो भक्तों मिलकर जय-सिया राम दुनिया रचने वाला भगवान हैं, संकट हरने वाला हनुमान हैं।

बोले-बोले हैं हमसे हनुमान, बोलो भक्तों मिलकर जय-सिया राम दुनिया रचने वाला भगवान हैं, संकट हरने वाला हनुमान हैं।

पवन पुत्र जिनका नाम है, तिरुपति जिनका धाम है, स्वामी जिनके राम हैं, भरे वह वक्त महान हैं ।

पवन पुत्र जिनका नाम है, तिरुपति जिनका धाम है, स्वामी जिनके राम हैं, भरे वह वक्त महान हैं ।

हनुमान तुम बिन राम हैं अधूरे करते तुमभक्तों के सपने पूरे माँ अंजनी के तुम हो राजदुलारे राम-सीता को लगते सबसे प्यारे

हनुमान तुम बिन राम हैं अधूरे करते तुमभक्तों के सपने पूरे माँ अंजनी के तुम हो राजदुलारे राम-सीता को लगते सबसे प्यारे

स्वर्ग में देवता भी उनका, अभिनंदन करते हैं । जो हर पल हनुमान जी का वंदन करते हैं ।

स्वर्ग में देवता भी उनका, अभिनंदन करते हैं । जो हर पल हनुमान जी का वंदन करते हैं ।

बजरंग जिनका नाम हैं, सत्संग जिनका काम हैं, ऐसे हनमंत लाल को मेरा बारम्बार प्रणाम हैं ।

बजरंग जिनका नाम हैं, सत्संग जिनका काम हैं, ऐसे हनमंत लाल को मेरा बारम्बार प्रणाम हैं ।

ये जब हनुमान तुमको कहते हैं दुख भजन इस द के नर नारी सब शीश-झुकाते हैं नाम बड़ा है तेरा सब गुण तेरे गाते हैं |

ये जब हनुमान तुमको कहते हैं दुख भजन इस द के नर नारी सब शीश-झुकाते हैं नाम बड़ा है तेरा सब गुण तेरे गाते हैं |

सबके दुःख को दूर करे वो बजरंगबली, देते सुख, करते सब भक्तों की भली राम-राम हरपल वो करते जाप हैं, सकल सृष्टि के करता प्रभु आप हैं।

सबके दुःख को दूर करे वो बजरंगबली, देते सुख, करते सब भक्तों की भली राम-राम हरपल वो करते जाप हैं, सकल सृष्टि के करता प्रभु आप हैं।

मेरे बजरंगी अब तो कब दो बेरा पार, तुम हो दुःख-हर्ता कहता ये सारा संसार, सीता मैया की लंका से खबर तुम लाये, तभी तो तुम श्री राम के मन को भाये!

मेरे बजरंगी अब तो कब दो बेरा पार, तुम हो दुःख-हर्ता कहता ये सारा संसार, सीता मैया की लंका से खबर तुम लाये, तभी तो तुम श्री राम के मन को भाये!

राम का हूँ भक्त मैं, रूद्र का अवतार हूँ अंजनी का लाल हूँ मैं, दुर्जनों का काल हूँ साधुजन के साथ हूँ मैं, निर्बलो की आस हूँ सद्गुणों का मान हूँ मैं, हां मैं हनुमान हूँ!

राम का हूँ भक्त मैं, रूद्र का अवतार हूँ अंजनी का लाल हूँ मैं, दुर्जनों का काल हूँ साधुजन के साथ हूँ मैं, निर्बलो की आस हूँ सद्गुणों का मान हूँ मैं, हां मैं हनुमान हूँ!

पूरी करना मेरी हर एक आस, हनुमान बाबा मुझे ना करना निराश, तेरी भक्ति से आत्मा को मिलता है आराम, इस जग में सबसे बड़ा मंत्र जय हनुमान जय श्री राम ।

पूरी करना मेरी हर एक आस, हनुमान बाबा मुझे ना करना निराश, तेरी भक्ति से आत्मा को मिलता है आराम, इस जग में सबसे बड़ा मंत्र जय हनुमान जय श्री राम ।

प्रेम प्रतिताही कापी भजे, सदा धरे उर ध्यान, तेहि के कारज सकल शुभ, सिघ करे हनुमान!

प्रेम प्रतिताही कापी भजे, सदा धरे उर ध्यान, तेहि के कारज सकल शुभ, सिघ करे हनुमान!