मेरे बजरंगी अब तो कब दो बेरा पार, तुम हो दुःख-हर्ता कहता ये सारा संसार, सीता मैया की लंका से खबर तुम लाये, तभी तो तुम श्री राम के मन को भाये!
राम का हूँ भक्त मैं, रूद्र का अवतार हूँ अंजनी का लाल हूँ मैं, दुर्जनों का काल हूँ साधुजन के साथ हूँ मैं, निर्बलो की आस हूँ सद्गुणों का मान हूँ मैं, हां मैं हनुमान हूँ!
पूरी करना मेरी हर एक आस, हनुमान बाबा मुझे ना करना निराश, तेरी भक्ति से आत्मा को मिलता है आराम, इस जग में सबसे बड़ा मंत्र जय हनुमान जय श्री राम ।
प्रेम प्रतिताही कापी भजे, सदा धरे उर ध्यान, तेहि के कारज सकल शुभ, सिघ करे हनुमान!
हनुमान लिपट जाए राम के चरण में, जब कष्ट हो तब हम आए आप की शरण में, सीने में आपने राम को छुपा रखा है, हमने अपना पूरा जीवन आप को दे रखा है ।
स्वर्ग में देवता भी उनका अभिनंदन करते हैं जो हर पल हनुमान जी का वंदन करते हैं ।
निराश मन में आशा की किरण तुम जगाते हो श्री राम जी के नाम को सबको सुनाते हो पर्वत जैसी निश्चलता है अंदर तुम्हारे नर्म धूप की कोमलता है अंदर तुम्हारे.
दुनिया वालो ने तो बहुत कोशिश की हमें रुलाने की, मगर श्री राम ने जिम्मेदारी उठा राखी है हमें हँसाने की !
दुनिया रचने वाले को भगवान कहते हैं, और संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं।
मेरे तन मन में राम हैं, मेरे रोम-रोम में राम हैं, मेरे मन में भी राम का ही नाम हैं!
स्वर्ग में देवता भी उनका अभिनंदन करते हैं, जो हर पल हनुमान जी का वंदन करते हैं।
श्री राम के सबसे प्यारे भक्तों मां अंजनी का पुत्र था, जो कुछ पल में ही पूरी लंका को जला दिया था और भगवान राम को सीता माता से मिलाया !
भीड़ पड़ी तेरे भक्तों पर बजरंगी, सुन लो अर्ज़ अब तो दाता मेरी, हे महावीर अब तो दर्शन दे दो, पूरी कर दो तुम कामना मेरी!
सदा पूरी तुम मेरी हर इक आस करना हनुमान बाबा मुझे न निराश करना तेरी भक्ति से आत्मा को मिलता आराम है सबसे बड़ा मन्त्र जय हनुमान जय श्री राम है!
निराश मन में आशा तुम जागते हो, राम जी के नाम को सबको सुनाते हो, पर्वत जैसी निश्चलता है अंदर तुम्हारे, नर्म धूप की कोमलता है अंदर तुम्हारे,
पहने लाल लंगोटा हाथ में है घोटा दुश्मन का करते हैं नाश भक्तों को नहीं करते निराश. जय हनुमान
हाथ जोड़ कर करूँ विनीति, प्रभु राखियो मेरी लाज, इस डोर को बांधे रखो, मेरे पालनहार..
हनुमान का जहाँ पल पल गुणगान है चढाने से सिन्दूर उनको हर काम होता है है भरोसा जिनको अंजनी दुलारे का वो करते भजन हनुमान प्यारे का..