तुझ से ही सारा संसार जगमगाया तेरे दर से कोई खाली ना आया सबके दिल की बात तू जाने सबके दिल मे साई समाया!
साईं की रहमत जब मुझ पर बरसती हैं, मेरी आँखे साईं बाबा के दीदार को तरसती हैं!
असली सुख दूसरों को सुख देने में ही मिलता है और सच्चा सुख प्रभु की भक्ति में है इसलिए मालिक को दिन रात याद करो और जन्म मरण के चक्र से मुक्त हो जाओ।
साई बड़ा ही दयालु है सब जानने वाला है वो कभी नहीं हारते जिंदगी के ठोकरों से जो साई को मानने वाला है!
कौन कहता है, साईं बुलाने पर नहीं आते, जरा दिल में देखिये, वो वहां से कहीं नहीं जाते !
जो कल था उसे भूलकर तो देखो, जो आज है उसे जी कर तो देखो, आने वाला पल खुद ही सवर जायेगा, एक बार ॐ साई राम बोल कर तो देखो…
साईं तू ही है जो मेरे रास्ते के पत्थर को फूल बना देता है ठोकर खाने के बाद मुझे गिरने से बचा लेता है!
जो कुछ मिला हैं तुझे तेरा करम हैं, तुने बहुत कमाया ये तेरा भरम हैं, ये तो विधाता की खींची लकीर हैं, पल में अमीर हैं, पल में फ़क़ीर हैं !
यदि कोई सिर्फ मुझको देखता है और सिर्फ मेरी लीलाओं को सुनता है व खुद को सिर्फ मुझमें समर्पित करता है तो वह भगवान तक पंहुच जायेगा..
करता हूँ फ़रियाद “साईं” बस इतनी रहमत कर देना, जो भी पुकारे तुझको बाबा, खुशियों से उसकी झोली भर देना !
मेरे “साँई” का दरबार सबसे न्यारा हैं, उसमें “बाबा” का दर्शन कितना प्यारा हैं, सब कहते हैं के “बाबा” सिर्फ़ हमारा हैं, पर “बाबा” कहते हैं के मैंने अपना, सब कुछ तुम सब पर वारा हैं।
सब्र और सबूरी मन मे बिठाकर चले तो मुसीबत के दिन गुजर जाएंगे आज तो हमें देखकर जो हँसते हैं कल हमें देखते रह जाएंगे!
आशा हैं साईं के भजनों में रम जाएँ, साईं तेरी भक्ति में ऐसे लीन हों, की जानवर से इंसान हो जाएँ !
साई कहते हैं, पल में अमीर हैं, पल में फ़क़ीर हैं, अच्छे करम कर ले बन्दे, ये तो बस तक़दीर हैं।
ले सुबह शाम साई का नाम, बन जायेगे बिगड़े सारे काम तू चल वक़्त के साथ मैं चलूंगा तेरे साथ!
साईं के चरणों में जो मिल जाती मुझको भी शरण, सफल हो जाते मेरे अगले पिछले सभी जनम !
तक़दीर के मारों को बिखरने नहीं देते, जिसको बनाते है बाबा बिगड़ने नहीं देते।
कोई जमाने के लिए पागल होता हैं, कोई कमाने के लिए पागल होता हैं, पर सच्चा पागल तो वही है इस दुनिया में जो साईं को पाने के लिए पागल होता हैं !