राम नाम का फल हैं मीठा, कोई चख के देख ले, खुल जाते है भाग, कोई जय श्री राम पुकार के देख ले!

राम नाम का फल हैं मीठा, कोई चख के देख ले, खुल जाते है भाग, कोई जय श्री राम पुकार के देख ले!

Jai Shri Ram Status

मर्यादा पाँव में कब तक जंजीर डालेगी, माथे पर तिलक लगाकर चला करो, यहीं पहचान दुश्मन का कलेजा चीर डालेगी ! जय श्री राम

मर्यादा पाँव में कब तक जंजीर डालेगी, माथे पर तिलक लगाकर चला करो, यहीं पहचान दुश्मन का कलेजा चीर डालेगी ! जय श्री राम

देख तज के पाप रावण, राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में है, मन से रावण जो निकाले, राम उसके मन में है…

देख तज के पाप रावण, राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में है, मन से रावण जो निकाले, राम उसके मन में है…

जिस दिन रामभक्तों की सरकार बन गई ना तो, अयोध्या में राम मंदिर क्या, पाकिस्तान में भी श्रीराम का झंडा गाड़ देगें!

जिस दिन रामभक्तों की सरकार बन गई ना तो, अयोध्या में राम मंदिर क्या, पाकिस्तान में भी श्रीराम का झंडा गाड़ देगें!

हे मेरे प्रभु श्रीराम ना लोगों से भरी बस्ती चाहिए ना ऊँची हस्ती चाहिए, मुझे तो हे प्रभु आपके दिवानेपन की मस्ती चाहिए!

हे मेरे प्रभु श्रीराम ना लोगों से भरी बस्ती चाहिए ना ऊँची हस्ती चाहिए, मुझे तो हे प्रभु आपके दिवानेपन की मस्ती चाहिए!

अरे कब खुलेंगी तुम्हारी आंख हिंदुओ, जय श्रीराम बोलने में डर कैसा, दहेज मांग सकते हो लेकिन अपने भगवान का घर नही !

अरे कब खुलेंगी तुम्हारी आंख हिंदुओ, जय श्रीराम बोलने में डर कैसा, दहेज मांग सकते हो लेकिन अपने भगवान का घर नही !

जहाँ पर आकर लोगों की NAWABI ख़त्म हो जाती है, बस वहीं से श्रीराम के दीवानों की, BADSHAHI शुरू होती है ! जय श्रीराम

जहाँ पर आकर लोगों की NAWABI ख़त्म हो जाती है, बस वहीं से श्रीराम के दीवानों की, BADSHAHI शुरू होती है ! जय श्रीराम

घमंड की बीमारी शराब जैसी है साहब, खुद को छोड़कर सबको पता चलता है कि इसको चढ़ गयी है !

घमंड की बीमारी शराब जैसी है साहब, खुद को छोड़कर सबको पता चलता है कि इसको चढ़ गयी है !

गली-गली में ऐलान होना चाहिए हर मंदिर में राम होना चाहिए ! जय श्रीराम

गली-गली में ऐलान होना चाहिए हर मंदिर में राम होना चाहिए ! जय श्रीराम

निकली है सज धज के राम जी की सवारी, लीला है सदा राम जी की न्यारी न्यारी, राम नाम है सदा सुखदायी सदा हितकारी !

निकली है सज धज के राम जी की सवारी, लीला है सदा राम जी की न्यारी न्यारी, राम नाम है सदा सुखदायी सदा हितकारी !

काश मैं ऐसी शायरी लिखूँ श्रीराम तेरी  याद में, तेरी तस्वीर दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में! जय श्री राम

काश मैं ऐसी शायरी लिखूँ श्रीराम तेरी याद में, तेरी तस्वीर दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में! जय श्री राम

कलम की धार तेज कर स्याही खून की बना दो हर एक हिन्दू के अन्दर भगवाँ को जगा दो! जय श्री राम

कलम की धार तेज कर स्याही खून की बना दो हर एक हिन्दू के अन्दर भगवाँ को जगा दो! जय श्री राम

बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़ें और ज़ेवर, पर कहां से लाओगे रामभक्तों वाले तेवर! जय श्री राम

बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़ें और ज़ेवर, पर कहां से लाओगे रामभक्तों वाले तेवर! जय श्री राम

शोक उचे है रुतबा ऊँचा है, राम भक्तो के आगे ये ज़माना झुकता है !

शोक उचे है रुतबा ऊँचा है, राम भक्तो के आगे ये ज़माना झुकता है !

गरज  उठे गगन सारा, समुद्र छोड़ें अपना किनारा, हिल जाए जहान सारा, जब गूंजे जय श्रीराम का नारा!
श्रीरामचंद्र की जय

गरज उठे गगन सारा, समुद्र छोड़ें अपना किनारा, हिल जाए जहान सारा, जब गूंजे जय श्रीराम का नारा! श्रीरामचंद्र की जय

जिसके मन में श्रीराम है, भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है, उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया, संसार में उसका कल्याण है! जय श्री राम

जिसके मन में श्रीराम है, भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है, उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया, संसार में उसका कल्याण है! जय श्री राम

गूंजता रहेगा सदियो तक एक ऐसा अंजाम लिख देगे, लहू के हर एक कतरे से जय श्री राम लिख देंगे !

गूंजता रहेगा सदियो तक एक ऐसा अंजाम लिख देगे, लहू के हर एक कतरे से जय श्री राम लिख देंगे !

अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये, असुरों से पृथ्वी को विरक्त कराये, वहीं असली रामभक्त  कहलाये,

अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये, असुरों से पृथ्वी को विरक्त कराये, वहीं असली रामभक्त कहलाये,

निकली है सज धज के राम जी की सवारी, लीला है सदा राम जी की न्यारी न्यारी, राम नाम है सदा सुखदायी सदा हितकारी!

निकली है सज धज के राम जी की सवारी, लीला है सदा राम जी की न्यारी न्यारी, राम नाम है सदा सुखदायी सदा हितकारी!