प्रेम गीत गए राम नाम का, लाल रंग है तन में, क्या धन क्या मोह उसके लिये, श्रीराम बसे जिसके मन में!
चप्पा चप्पा भर जाएगा श्रीराम के दीवानों से, सारा देश गूंज उठेगा, जय सियाराम के जयकारों से !
कोई अपने आप को बादशाह समझता है, तो कोई एक्का अरे जाकर बोल दो उस बादशाह और एक्के से कि, रामभक्त की एंट्री हो गई है!
ज़िन्दगी का क्या हैं, हर पल सताएगी, राम भक्तों का चुनौतियां कुछ ना कर पाएंगी !
उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया, संसार में उसका कल्याण है! जय श्री राम
ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैं, राम राम बोलिये बड़ा अच्छा लगता हैं !
लोग सारे देवताओं को देव बोलते है, पर मेरे गुरूदेव को श्रीराम बोलते हैं! जय श्रीराम
अनपढ़ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं साहब, वरना पढ़े हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं !
जिंदगी मौत तक जाती है और मौत भी मेरे श्रीराम के चरणों में आकर झुक जाती है!
अपने Status में Attitude का ज़ोर है, तभी तो चारों तरफ राम भक्त के नाम का शोर है !
अयोध्या जिनका धाम है राम जिनका नाम हैं मर्यादा पुरषोतम वो राम हैं, उनके चरणों में हमारा प्रणाम है!
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।
क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है। जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।
इस संसार में मूर्ख व्यक्ति, अधर्मी, अज्ञानी व नास्तिक प्रकृति का व्यक्ति, मेरी शरण स्वीकार नहीं कर सकता।
लोग कहते हैं अपनों के आगे झुक जाना चाहिए, किंतु सच बात तो यह है जो अपने होते हैं वह कभी झुकने नहीं देते।
जो दूसरों की तकलीफों को समझते हैं, जिनमें दया है, दिल से अच्छे हैं, उन्हें दोबारा जन्म लेना नहीं पड़ता।
जीवन में आधे दुख इस कारण जन्म लेते हैं क्योंकि उनसे आशाएं बड़ी होती है, इन आशाओं का त्याग करके देखो जीवन में सुख ही सुख है।