आग लगे उस जवानी कों, ज़िसमे शनिदेव नाम की दिवानगी न है!
तूफानों से वो डरते हैं जिसके दिल में प्राण बसते हैं हम तो मौत को, देखकर भी मुस्कुराते हैं क्योंकि दिल में शनि देव बसते हैं !
सजा दे या माफी तू ही सबका मालिक है तुम हमारी सरकार हो ये शनि महाराज सबसे बड़ा दरबार तेरा ही है!
धन दौलत छोड़ी, मोह-माया छोड़ा और सारा धंधा छोड़ दिया, और शनि देव के प्रेम में ही राज घराने छोड़ दिया है !
भले ही हम मंदिर में मूर्ति बनकर बैठे हैं लेकिन तेरे साथ खड़े हैं, जब भी मुझ पर आए.. संकट तुम मुझसे पहले शनि महाराज लड़े हैं !
शनि देव की शक्ति का ही आशीर्वाद है, इस संसार में इज्जत की दो टाइम की रोटी जिसने खाई है, वही बहुत किस्मत वाला है !
आज की हालत में यह सच है की शनि देव किसी भी इंसान को नहीं छोड़ते, चाहे वो गरीब हो या अमीर!
बाबा शनि देव मुझे अपने आप में यूं ही संभालो, कि मैं ना रहूं तुम बिना और अपने आप से खुद का हो जाऊं !
सिर्फ तेरा ही जिंदगी शनि महाराज ने लिखी है और तेरे दुख दर्द और मृत्यु तेरा करम निश्चित करता है!
सेवा हर इंसान की कीजिए और उम्मीद किसी से मत रखना, क्योंकि सेवा का सही कीमत ईश्वर दे सकता है आदमी नहीं!
दुनिया वालों ने मुझे सबक सिखाया है, लेकिन एक शनि बाबा ही है जिन्होंने मुझे अपनाया!
पीपल के पेड़ के नीचे कितना भी दीपक जला लो अगर गरीब आदमी का पेट खाली है ऐसे कर्म का क्या फायदा! जय हो शनि महाराज की..
तेरे भक्तों में से एक छोटा सा भक्त हूं मैं तेरा होने से किस्मत वाला हूं, तेरा होते मेरा कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि मैं शनि महाराज का भगत हूं !
शनि वो हस्ती है जिस से मिलने के लिए यह पूरा संसार तरसता है, और हम उससे उसी महफिल्म रोज उनके दिल में बिठा के रखते हैं !
माया को चाहने वाला हमेशा बिखर जाता है, और Shani Dev को चाहने वाला हमेशा निखर जाता है !
शनिदेव और मैं दोनों ही बड़े दिलवाले हैं वह मेरी गलतियों को माफ करता है और मैं उनकी सेवा करता हूं! शुभ शनिवार
भले ही मूर्ति बनकर बैठे है पर मेरे साथ खड़े है, आये संकट जब भी मुझ पर, मुझ से पहले मेरे Shani Dev लड़े है !
निराश नहीं करते बस एक बार सचे मन से भोले शंकर से फ़रियाद करो !! जय भोले जय भंडारी तेरी है महिमा न्यारी !!