खुद से जीतने की जिद है मुझे खुद को ही हराना है मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की, मेरे अंदर एक जमाना है!
अपनी आलोचना का हमेशा स्वागत करना चाहिए वरना पता कैसे चलेगा की हमारी बात लोगो तक पहुची है की नही।
हर साधारण व्यक्ति में एक असाधारण प्रतिभा छुपी हुई होती है, बस हमे उसे बाहर निकालना होता है।
हम जिन्दगी में जो भी पाना चाहते है उसे चुन सकते है, लेकिन उसके परिणाम को हम चुन नहीं सकते।
किसी भी मुश्किल घड़ी का सामना करने के लिए हमारे अन्दर हिम्मत, धैर्य और लगन का होना बहुत ज़रूरी है।
सच कहूँ तो मैं कभी ‘आइकन’, ‘सुपरस्टार’, इत्यादि विश्लेषणों के चक्कर में नहीं पड़ा. मैं हमेशा खुद को एक अभिनेता के रूप में देखता हूँ जो अपनी काबीलियत के अनुसार जितना अच्छा कर सकता है कर रहा है।
ये कभी मत सोचना की जो तेज बोलते हैं वे शक्तिशाली ही हो और जो धीमे बोलते हैं वे कमजोर हो।
मैं किसी तकनीकी का प्रयोग नहीं करता मैं अभिनय करने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया में बस फिल्मों में काम करना पसंद करता हूं।
असल में मैं बस एक अभिनेता हूं जो अपने काम से प्यार करता है और उम्र के बारे में ये सब बातें केवल मीडिया में पनपती है।
यदि आप अपनी नजरें सूर्य पर रखेंगे तो आपको परिछाई कभी भी नही दिखेगी।
अच्छे बनने के लिए कोई वजह मत ढूंढो, आप बेवजह भी अच्छे बन सकते है।
अगर मोहब्बत नहीं होगी तो नफरत का आना स्वाभाविक है।
हमारी हर साँस हमे प्रतिक्षण शिक्षित करती है।
मैं कभी एक सुपरस्टार नहीं रहा और कभी इसमें यकीन नहीं किया।
मैं कभी भी अपने करियर को लेकर आश्वस्त नहीं होता।
मैं कभी महान बनने की कोशिश नहीं करता, बस मैं काम को पूरी मेहनत और लगन के साथ करता हूँ।
शब्द मेरी पहचान बने तो बेहतर है , चेहरे का क्या है, वो तो मेरे साथ ही चला जाएगा।