एक बात जान लो आज का दर्द कल की जीत है।

एक बात जान लो आज का दर्द कल की जीत है।

Sandeep Maheshwari

मंजिल उनको नहीं मिलती जिनके ख्वाब बड़े होते हैं मंजिले उनको मिलती है जो जिद पर अड़े होते हैं।

मंजिल उनको नहीं मिलती जिनके ख्वाब बड़े होते हैं मंजिले उनको मिलती है जो जिद पर अड़े होते हैं।

मुश्किलें बहुत मिलेगी रास्ता भटकाने के लिए मगर संकल्प एक ही काफी है मंजिल को पाने के लिए।

मुश्किलें बहुत मिलेगी रास्ता भटकाने के लिए मगर संकल्प एक ही काफी है मंजिल को पाने के लिए।

मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके इरादों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता उड़ान हौसलों से होती है।

मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके इरादों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता उड़ान हौसलों से होती है।

कामयाबी एक दिन में नहीं मिलती लेकिन ठान लो तो एक दिन जरूर मिलती है।

कामयाबी एक दिन में नहीं मिलती लेकिन ठान लो तो एक दिन जरूर मिलती है।

डर और खौफ सब तेरे ही अंदर है खुद के बनाए पिंजरे से निकल तू भी सिकंदर है।

डर और खौफ सब तेरे ही अंदर है खुद के बनाए पिंजरे से निकल तू भी सिकंदर है।

जोर शोर मचाते हैं भीड़ में वो भीड़ बनकर ही रह जाते हैं वही पाते है जिंदगी में कामयाबी जो खामोशी से अपना काम कर जाते हैं।

जोर शोर मचाते हैं भीड़ में वो भीड़ बनकर ही रह जाते हैं वही पाते है जिंदगी में कामयाबी जो खामोशी से अपना काम कर जाते हैं।

डर मुझे लगा फासला देखकर पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर खुद ब खुद पास आती गई मेरी मंजिल मेरा हौसला देखकर।

डर मुझे लगा फासला देखकर पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर खुद ब खुद पास आती गई मेरी मंजिल मेरा हौसला देखकर।

मेरा ध्यान गुजरे हुए कल पर नहीं आने वाले पल पर है।

मेरा ध्यान गुजरे हुए कल पर नहीं आने वाले पल पर है।

मेहनत इतनी करो की किस्मत भी बोल उठे यह तेरी किस्मत नहीं तेरा हक है।

मेहनत इतनी करो की किस्मत भी बोल उठे यह तेरी किस्मत नहीं तेरा हक है।

सपनों में क्यों खोए हुए हो तुम सोने के लिए नहीं इतिहास रचने के लिए पैदा हुए हो।

सपनों में क्यों खोए हुए हो तुम सोने के लिए नहीं इतिहास रचने के लिए पैदा हुए हो।

मैं क्यों बनू किसी और के जैसा जब जमाने में कोई नहीं है मेरे जैसा।

मैं क्यों बनू किसी और के जैसा जब जमाने में कोई नहीं है मेरे जैसा।