मुझे विश्वास है, बुढ़ापा एक सुखद और अच्छी बात है, यह सच है कि धीरे- धीरे चीजें आपके हाँथ से निकल जाती हैं, लेकिन फिर भी दर्शक के रूप में आपको एक आराम दायक अग्रिम स्थान दिया जाता है।
प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है। ये आप ही के कर्मों से आती है।
दुनिया नेताओं की नहीं है। दुनिया सारी मानवता की है।
आँख के बदले आँख ,ऐसा करने से हम सभी एक दिन अंधे हो जायेंगे।
मेरा धर्म बहुत सरल है, मेरा धर्म दयालुता है।
हमारे जीवन का उद्देश्य प्रसन्न रहना है।
नींद सबसे अच्छा चिंतन है।
एक छोटे से विवाद से एक महान रिश्ते को घायल मत होने देना।
अगर आप एक साल की योजना बना रहे है, तो एक बीज बोईये, योजना अगर दस साल की है तो पेड़ लगाईये और अगर योजना सौ साल की है तो शिक्षक बन जाइए।
जीवन की उम्मीदें कर्मठता पर निर्भर है; एक मैकेनिक को अपने काम में खरा उतरने के लिए, पहले अपने उपकरणों को तेज करना जरुरी है।
हम अपना ज्ञान तीन तरीको से अर्जित कर सकते हैं। पहला, चिंतन करके, जो कि सबसे सही तरीका है। दूसरा, अनुकरण करके, जो कि सबसे आसान है, और तीसरा अनुभव से, जो कि सबसे कष्टकारी है।
जीतने की इच्छाशक्ति, सफलता की लगन, किसी काम को अपनी पूरी क्षमता से करने की ज़िद…ये वो चाबियां हैं, जो आपके लिए दुनिया में सबसे ऊंचा मुकाम हासिल करने के दरवाज़े खोल देंगी।
नफरत करना आसान है, प्रेम करना मुश्किल. चीजें इसी तरह काम करती हैं। सारी अच्छी चीजों को पाना मुश्किल होता है, और बुरी चीजें बहुत आसानी से मिल जाती हैं।
वह व्यक्ति जो सीखता है, पर सोचता नहीं वह सीखकर भी खो देगा। वही वह व्यक्ति जो सोचता है, लेकिन सीखता नहीं वह बहुत भारी खतरे में पड़ने वाला होता है।
जीतने की संकल्प शक्ति, सफल होने की इच्छा और अपने अंदर मौजूद क्षमताओं के उच्चतम् स्तर तक पहुंचने की तीव्र अभिलाषा, ये ऐसी चाबियां हैं जो व्यक्तिगत उत्कृष्टता के बंद दरवाजे खोल देती है।
अच्छी तरह से शासित देश में, गरीबी के लिए शर्मिंदा होना पड़ता है। बुरी तरह से शासित देश में, संपत्ति के लिए शर्मिंदा होना पड़ता है।
जब हम अपने से विपरीत स्वभाव वाले व्यक्ति को देखे, तब हमें अपने अंदर झांककर उसकी धारणा पर विचार करना चाहिए।
जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढियाँ गन्दी हों, तो पडोसी की छत पे पड़ी गन्दगी को देखना बंद कीजिये।
उस काम का चुनाव करे, जिसे करने में आनंद आता हो। फिर आपको जिंदगी भर एक भी काम नहीं करना पड़ेगा।