मैं चिंतित हूँ कि कुछ असंवेदनशील लोगों द्वारा शाशित इस देश का क्या होगा. लेकिन हम उन्हें जनशक्ति द्वारा बदल सकते हैं !
देश को वास्तविक स्वतंत्रता आज़ादी के 64 साल बाद भी नहीं मिली और केवल एक बदलाव आया गोरों की जगह काले आ गए !
जो अपने लिए जीते हैं, वो मर जाते हैं, जो समाज के लिए मरते हैं, वो जिंदा रहते हैं !
मेरी मांगें बदलेंगी नहीं, आप मेरा सर काट सकते हैं लेकिन मुझे सर झुकाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते!
स्वतंत्रता के लिए लाखों लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया, लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों के कारण हमें सही स्वतंत्रता नहीं मिली!
खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से खतरा है। देश को सिर्फ दुश्मनों से नहीं, इन गद्दारों से खतरा है।
मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा अगर मैं अपने समाज, अपने देशवाशियों के लिए मरता हूँ!
अपने धर्म की प्रगति इसी में हैं कि हम अन्य धर्म का भी सम्मान करे!
हर धर्म हमें प्रेम, करुणा और भलाई का पाठ पढाता हैं, अगर हम इसी दिशा में आगे बढे तो कभी किसी के बीच कोई विवाद ही नहीं होगा!
वह व्यक्ति जो अपने सम्प्रदाय को ऊँचा दिखाने के लिए दूसरे संप्रदाय का मजाक बनाता है, वह ऐसा करके अपने ही सम्प्रदाय को बहुत नुकसान पहुंचाता है!
हमें अपने माता – पिता का आदर करना चाहिए और अपने से बड़ो का भी, जो जीवित प्राणी है उनके प्रति दया दिखानी चाहिए और हमेशा सच बोलना चाहिए!
अपने धर्म का सम्मान और दुसरो के धर्म की निंदा करना किसी धर्म में नहीं बताया गया हैं!
जितना कठिन संघर्ष करोगे, आपके जीत कि ख़ुशी भी उतनी ही बढ़ जयेगी!
दूसरो के द्वारा बताये गये सिद्धांतो को सुनने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए!
अपने सम्प्रदाय की गरिमा दिखाने के उद्धेश्य से किसी का आदर नहीं करना चाहिए और न ही किसी और के सम्प्रदाय को नीचा दिखाना चाहिए!
हमें कई कारणों से अन्य धर्मों का सम्मान करना चाहिए. ऐसा करने से आप अपने धर्म को विकसित करने में मदद करते हैं और दुसरे धर्मों को भी सेवा प्रदान करते है!