मेरे जज्बातों से इस कदर वाकिफ है, मेरी कलम मैं इश्क़ लिखना चाहूं, तो इंकलाब लिख जाता है। 
 - Chandra Shekhar Azad Quotes

मेरे जज्बातों से इस कदर वाकिफ है, मेरी कलम मैं इश्क़ लिखना चाहूं, तो इंकलाब लिख जाता है।

Chandra Shekhar Azad