दुश्मन की गोलियों का, हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।
में ऐसे धर्म को मानता हु, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता हैं।
अभी भी जिसका खून ना खौला, वो खून नहीं पानी है। जो देश के काम ना आए, वो बेकार जवानी है।।
चिंगारी आजादी की सुलगती मेरे जिस्म में हैं, इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं, मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है, कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है।
मेरा नाम आजाद है, पिता का नाम स्वतंत्रता और पता जेल है।
मेरे जज्बातों से इस कदर वाकिफ है, मेरी कलम मैं इश्क़ लिखना चाहूं, तो इंकलाब लिख जाता है।
मेरा यह छोटा सा संघर्ष ही कल के लिए महान बन जाएगा।
महान ऊंचाई प्राप्त करने के लिए हमेशा जीवन में कुछ जोखिम लेना होगा।
दूसरों को खुद से आगे बढ़ते हुए मत देखो. प्रतिदिन अपने खुद के कीर्तिमान तोड़ो।