आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए।

आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए।

Sardar Vallabhbhai Patel

 जो तलवार चलाना जानते हुए भी अपनी तलवार को म्यान में रखता है उसी को सच्ची अहिंसा कहते है।

जो तलवार चलाना जानते हुए भी अपनी तलवार को म्यान में रखता है उसी को सच्ची अहिंसा कहते है।

 गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।

गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।

जब तक हमारा अंतिम ध्येय प्राप्त ना हो जाए तब तक उत्तरोत्तर अधिक कष्ट सहन करने की शक्ति हमारे अन्दर आये, यही सच्ची विजय है।

जब तक हमारा अंतिम ध्येय प्राप्त ना हो जाए तब तक उत्तरोत्तर अधिक कष्ट सहन करने की शक्ति हमारे अन्दर आये, यही सच्ची विजय है।

 कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।

कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।

उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिये।

उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिये।

एकता के बिना जनशक्ति, शक्ति नहीं है। जब तक उसे ठीक तरह से सामंजस्य में ना लाया जाए और एकजुट ना किया जाए।

एकता के बिना जनशक्ति, शक्ति नहीं है। जब तक उसे ठीक तरह से सामंजस्य में ना लाया जाए और एकजुट ना किया जाए।

 अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है।

अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है।

इस देश की मिट्टी में कुछ अलग ही बात है, जो इतनी कठिनाइयों के बावजूद हमेशा महान आत्माओं की भूमि रही हैं।

इस देश की मिट्टी में कुछ अलग ही बात है, जो इतनी कठिनाइयों के बावजूद हमेशा महान आत्माओं की भूमि रही हैं।

मनुष्य को ठंडा रहना चाहिए, क्रोध नहीं करना चाहिए। लोहा भले ही गर्म हो जाए, हथौड़े को तो ठंडा ही रहना चाहिए अन्यथा वह स्वयं अपना हत्था जला डालेगा।

मनुष्य को ठंडा रहना चाहिए, क्रोध नहीं करना चाहिए। लोहा भले ही गर्म हो जाए, हथौड़े को तो ठंडा ही रहना चाहिए अन्यथा वह स्वयं अपना हत्था जला डालेगा।

 आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।

आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।

 जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता।

जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता।

 सेवा धर्म बहुत ही कठिन है यह तो कठिन काँटों के सेज पर सोने जैसा है।

सेवा धर्म बहुत ही कठिन है यह तो कठिन काँटों के सेज पर सोने जैसा है।

कोई भी मूर्ख आलोचना, निंदा और शिकायत कर सकता है, और अधिकांश मूर्ख यही तो करते हैं।

कोई भी मूर्ख आलोचना, निंदा और शिकायत कर सकता है, और अधिकांश मूर्ख यही तो करते हैं।

यदि आपको नींद नही आ रही हैं, तो उठो और चिंता करने के बजाय कुछ करो। यह चिंता है जो आपको खोखला कर देती है, नींद की कमी नहीं।

यदि आपको नींद नही आ रही हैं, तो उठो और चिंता करने के बजाय कुछ करो। यह चिंता है जो आपको खोखला कर देती है, नींद की कमी नहीं।

दुनिया में ज्यादातर महत्वपूर्ण चीजें उन लोगों द्वारा पूरी की गई हैं, जिन्होंने कोशिश की है। जब कोई उम्मीद नहीं थी, तब भी उन्होंने कोशिश जारी रखी।

दुनिया में ज्यादातर महत्वपूर्ण चीजें उन लोगों द्वारा पूरी की गई हैं, जिन्होंने कोशिश की है। जब कोई उम्मीद नहीं थी, तब भी उन्होंने कोशिश जारी रखी।

यदि आप उत्साही बनना चाहते हैं, तो उत्साह वाले कार्य करें।

यदि आप उत्साही बनना चाहते हैं, तो उत्साह वाले कार्य करें।

उस काम को करें जिसे आप करने से डरते हैं और करते रहे, यही वह सबसे तेज और सटीक तरीका है, जो अभी तक डर पर विजय हासिल करने के लिए खोजा गया है।

उस काम को करें जिसे आप करने से डरते हैं और करते रहे, यही वह सबसे तेज और सटीक तरीका है, जो अभी तक डर पर विजय हासिल करने के लिए खोजा गया है।

सफलता वो है जो आप चाहते हैं वो मिल जाये। आनंद इसमे है कि आपको जो मिले उसे आप चाहें।

सफलता वो है जो आप चाहते हैं वो मिल जाये। आनंद इसमे है कि आपको जो मिले उसे आप चाहें।