समृद्ध आधुनिक पलस्तर सबसे पुराने पेशे को फलने -फूलने देगा …और जब सौदा बुरा होगा तो महिलाएं बेईमानी होने का रोना रोयेंगी.
मौजूदा दृष्टिकोण में प्रबल बदलाव के बिना सम्बन्ध नहीं बन सकते .
आगे बढ़ने के लिए खुद से चुने गए अभ्यास हैं.
मैंने हमेशा से अपने अन्दर वंचित लोगों के लिए जीने और सेवा करने का उत्साह पाला है .
काम मुझे ‘ख़ुशी ’ देता है और हर एक शुरुआत स्वयं की खोज का एक रास्ता है
वो कितनी बड़ी राष्ट्रीय क्रांति होगी अगर हम्मे से हर कोई खुद को शाशित करने लगे
विकास ये मन और मानसिकता के अंतर के ही बराबर है।
आप अपने नाम की वजह से कभी उत्कृष्ट नही बनते, जबकि आप अपनी कंपनी के श्रेष्ट गुणों की वजह से उत्कृष्ट बनते हो।
समय की धारा में, जब कुछ देने की हमारी बारी आती है तब हमे ऐसे पेड़ो की बुआई करनी चाहिए जिसके फल भले ही हमे कभी खाने न मिले हो लेकिन वे आने वाली पीढ़ी के लिए उपयोगी होने चाहिए।
आदर, पहचान और पुरस्कार पर ही हमारा प्रदर्शन निर्भर होता है।
पैसो की असली ताकत उसे दूसरे को देने में ही है।”
प्रगति अक्सर मन और मानसिकता के अंतर के बराबर होती है।
जब संदेह में हों, तो बता दें।
एक मुमकिन असंभावना एक निश्चित सम्भावना की तुलना में बेहतर है।
एक साफ अंतःकरण दुनिया का सबसे नर्म तकिया है।
चरित्र + अवसर = सफलता
हम ईश्वर में यकीन रखते हैं, बाकी सभी तथ्य जमा करते हैं।
पेड़ फल से, इंसान कर्म से, और कोयल अपनी कूक से जानी जाती है..