सदा चेहरे पर प्रसन्नता व मुस्कान रखो। दूसरों को प्रसन्नता दो, तुम्हें प्रसन्नता मिलेगी।

सदा चेहरे पर प्रसन्नता व मुस्कान रखो। दूसरों को प्रसन्नता दो, तुम्हें प्रसन्नता मिलेगी।

Baba Ramdev

पवित्र विचार प्रवाह ही व्यक्ति के पवित्र आहार, पवित्र व्यवहार, पवित्र आचरण व पवित्र जीवन का आधार है।

पवित्र विचार प्रवाह ही व्यक्ति के पवित्र आहार, पवित्र व्यवहार, पवित्र आचरण व पवित्र जीवन का आधार है।

भगवान सदा हमें हमारी क्षमता, पात्रता व श्रम से अधिक ही प्रदान करते हैं।

भगवान सदा हमें हमारी क्षमता, पात्रता व श्रम से अधिक ही प्रदान करते हैं।

मैं माँ भारती का अमृतपुत्र हूँ, “माता भूमि: पुत्रोहं प्रथिव्या:”।

मैं माँ भारती का अमृतपुत्र हूँ, “माता भूमि: पुत्रोहं प्रथिव्या:”।

किसी व्यक्ति की नही व्यक्तित्व की पूजा करो। चित्र की नही चरित्र की पूजा करो। कर्म को अपना धर्म मानो। राष्ट्रधर्म को सबसे ऊपर रखो।

किसी व्यक्ति की नही व्यक्तित्व की पूजा करो। चित्र की नही चरित्र की पूजा करो। कर्म को अपना धर्म मानो। राष्ट्रधर्म को सबसे ऊपर रखो।

असंभव को संभव बनाने के लिये एक आदमी के पास असीमित क्षमता है।

असंभव को संभव बनाने के लिये एक आदमी के पास असीमित क्षमता है।

कपालभाती प्राणायाम करे और 99% रोगों से मुक्ति पाए.

कपालभाती प्राणायाम करे और 99% रोगों से मुक्ति पाए.

एक आदमी परम सुख प्राप्त कर सकता है, अगर वह काम करते समय अपने दिमाग को शांत, संतुलित और एकाग्र रखता है।

एक आदमी परम सुख प्राप्त कर सकता है, अगर वह काम करते समय अपने दिमाग को शांत, संतुलित और एकाग्र रखता है।

मनुष्य आध्यात्मिक ज्ञान और परम सुख प्राप्त करता है, जब वह प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखता है।

मनुष्य आध्यात्मिक ज्ञान और परम सुख प्राप्त करता है, जब वह प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखता है।

हमारे सुख-दुःख का कारण दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं।

हमारे सुख-दुःख का कारण दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं।

कर्म ही मेरा धर्म है। कर्म ही मेरि पूजा है।

कर्म ही मेरा धर्म है। कर्म ही मेरि पूजा है।

मनुष्य का जन्म हमारे लिए भगवान का सबसे बडा उपहार है।

मनुष्य का जन्म हमारे लिए भगवान का सबसे बडा उपहार है।

सुख बाहर से नहीं भीतर से आता है।

सुख बाहर से नहीं भीतर से आता है।

प्रत्येक जीव की आत्मा में मेरा परमात्मा विराजमान है।

प्रत्येक जीव की आत्मा में मेरा परमात्मा विराजमान है।

विचारों में शुद्धीकरण ही मात्र एक नैतिकता है।

विचारों में शुद्धीकरण ही मात्र एक नैतिकता है।

उर्जा उत्पन्न करके ही एलर्जी को रोका जा सकता है।

उर्जा उत्पन्न करके ही एलर्जी को रोका जा सकता है।

नकारात्मक विचार मानसिक बीमारी का कारण हैं।

नकारात्मक विचार मानसिक बीमारी का कारण हैं।

साधु वस्त्र से नहीं चरित्र से बनता है।

साधु वस्त्र से नहीं चरित्र से बनता है।

आयुर्वेद, कला और विज्ञान का मेल है।

आयुर्वेद, कला और विज्ञान का मेल है।