यूँ तो हम अपने आप में गुम थे मगर, सच तो ये है वहा भी तुम थे |
महाकाल नाम की चाबी ऐसी जो हर ताले को खोले, काम बनेंगें उसके सारे जो, जय श्री महाकाल बोले
तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी, उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ हैं सब की डोरी।
जब हर तरफ अंधेरा था तब सिर्फ तू ही मेरा था। जय श्री महाकाल
गरीब को किया दान और मुँह से निकला महादेव का नाम कभी व्यर्थ नहीं जाता ।
हम महाकाल नाम की शमा के छोटे से परवाने है, कहने वाले कुछ भी कहे हम तो महाकाल के दिवाने है!
एक बार भूल से ही कहा होता हम किसी और के भी है, रब की कसम तेरी परछाई से भी दूर रहते ।
कौनसा अंदाज़ है ये तेरी मोहब्बत का ज़रा हमको भी समझा दे, मरने से भी रोकते हो, और जीने भी नहीं देते ।
आँखे थक गई है आसमान को देखते देखते, पर वो तारा नहीं टूटता, जिसे देखकर तुम्हे माँग लूँ ।
रात भर जागती हूँ एक ऐसे शख्स की खातिर, जिसको दिन के उजाले में भी मेरी यादे नहीं आती है ।
उठती नहीं है आँखे किसी और की तरफ, पाबंद कर गयी है किसी की नजर मुझे !
मेरी नजर से कभी खुद को देखना,तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे !
अगर ये झूठ है की तुम मेरे हो,तो यकीन मानो सच मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता !
ये मेरी मोहब्बत थी की दीवानगी की इंतिहा, तेरे करीब से गुजर गया तेरे ही ख़यालो में!!
अब हम भी प्यार के मीठे गीत गाने लगे है, जब से आप हमारे सपनो में आने लगे ।
जब भी मैं तुम्हें देखता हूं, मुझे फिर से प्यार हो जाता है। Good Night
हसरत है दिल में बस तुझे पाने की, कोई और चाहत नहीं है इस दीवाने की, ग़िला मुझे तुझसे नहीं ख़ुदा से है, क्या जरूरत थी उसे तुझे इतना हसीं बनाने की!
तुम्हारा इंतज़ार हमें हर पल रहता है, हर लम्हा हमें तुम्हारा एहसास रहता है, तुम्हारे बिना धड़कने रूक जाती हैं हमारी, क्योंकि तुम्हारा एहसास ही हमारी धड़कन बनकर रहता है!