बेशक तू समझदार है पर मुझे समझाने की जरुरत नहीं है!

बेशक तू समझदार है पर मुझे समझाने की जरुरत नहीं है!

2 LINES Shayari

दुश्मन तो बहुत हैं पर वो कहतें हैं, ना शेर का शिकार कुत्तों से नही होता।

दुश्मन तो बहुत हैं पर वो कहतें हैं, ना शेर का शिकार कुत्तों से नही होता।

बेटा खेल बहुत अच्छा खेला तूने लेकिन बंदा गलत चुन तूने।

बेटा खेल बहुत अच्छा खेला तूने लेकिन बंदा गलत चुन तूने।

मेरे “इश्क़” के तरीके बेहद जुदा हैं औरों से, मुझे “तन्हा” होने पर भी इश्क़ करना आता है!

मेरे “इश्क़” के तरीके बेहद जुदा हैं औरों से, मुझे “तन्हा” होने पर भी इश्क़ करना आता है!

सोच समझकर बात किया करो मेरे हालात ख़राब हैं दिमाग नहीं !

सोच समझकर बात किया करो मेरे हालात ख़राब हैं दिमाग नहीं !

सुबह होती रही शाम होती रही उम्र यूँ ही तमाम होती रही।

सुबह होती रही शाम होती रही उम्र यूँ ही तमाम होती रही।

वो चाय ही क्या जिसमें उवाल न हो वो इश्क़ ही क्या जिसमें बवाल न हो!

वो चाय ही क्या जिसमें उवाल न हो वो इश्क़ ही क्या जिसमें बवाल न हो!

हम तो बुरे हैं साफ़ कहते हैं पर तुम जैसों से तो ऊपरवाला बचाए।

हम तो बुरे हैं साफ़ कहते हैं पर तुम जैसों से तो ऊपरवाला बचाए।

पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है, जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है।

पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है, जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है।

कौन कहता है संवरने से बढ़ती है खूबसूरती दिलों में चाहत हो तो चेहरे यूँ ही निखर आते है!

कौन कहता है संवरने से बढ़ती है खूबसूरती दिलों में चाहत हो तो चेहरे यूँ ही निखर आते है!

मत सहल हमें जानो फिरता है फ़लक बरसों, तब ख़ाक के पर्दे से इंसान निकलते हैं।

मत सहल हमें जानो फिरता है फ़लक बरसों, तब ख़ाक के पर्दे से इंसान निकलते हैं।

ज़िन्दगी से जो भी मिले, सीने से लगा लो, गम को सिक्के की तरह उछाला नहीं करते।

ज़िन्दगी से जो भी मिले, सीने से लगा लो, गम को सिक्के की तरह उछाला नहीं करते।

हम अपने अंदाज में मस्त हैं, जरुरी नहीं की सबको पसंद आए !

हम अपने अंदाज में मस्त हैं, जरुरी नहीं की सबको पसंद आए !

प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे, दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे।  !

प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे, दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पड़ेगी तुम्हे। !

इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं, दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद।

इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं, दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद।

तुझे लगता है कि तेरी बहुत ऊँची शान है, मगर अफ़सोस तू अभी अंजान है !

तुझे लगता है कि तेरी बहुत ऊँची शान है, मगर अफ़सोस तू अभी अंजान है !

जिसका ये ऐलान है कि वो मज़े में है, या तो वो फ़कीर है या फिर नशे में है।

जिसका ये ऐलान है कि वो मज़े में है, या तो वो फ़कीर है या फिर नशे में है।

आइना कोई ऐसा बना दे, ऐ खुदा जो, इंसान का चेहरा नहीं किरदार दिखा दे।

आइना कोई ऐसा बना दे, ऐ खुदा जो, इंसान का चेहरा नहीं किरदार दिखा दे।

तुम्हारी सोच में बुरे हैं हम तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी बुरी है।

तुम्हारी सोच में बुरे हैं हम तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी बुरी है।