घास में जज़्ब हुए होंगे ज़मीं के आँसू,पाँव रखता हूँ तो हल्की सी नमी लगती है।

घास में जज़्ब हुए होंगे ज़मीं के आँसू,पाँव रखता हूँ तो हल्की सी नमी लगती है।

Aashiqui Shayari

आखरी बार सफाई  देता हूँ में वही हूँ जो दिखाई देता हूँ ।

आखरी बार सफाई देता हूँ में वही हूँ जो दिखाई देता हूँ ।

अब याद वही रहेगा जो याद करेगा !

अब याद वही रहेगा जो याद करेगा !

मुमकिन हो तो मेरे दिल मे रह लो इससे हसीन मेरे पास कोई घर नही !

मुमकिन हो तो मेरे दिल मे रह लो इससे हसीन मेरे पास कोई घर नही !

जो तेरी याद में मोती बन कर बह गए, वो आँसू जो चुपचाप सबकुछ कह गए!

जो तेरी याद में मोती बन कर बह गए, वो आँसू जो चुपचाप सबकुछ कह गए!

प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होता एक दिल धड़कता है तो दुजा समझता है !

प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होता एक दिल धड़कता है तो दुजा समझता है !

उसने बस यूँ ही उदासी का सबब पूछा था, मेरी आँखों में सिमट आये समंदर सारे।

उसने बस यूँ ही उदासी का सबब पूछा था, मेरी आँखों में सिमट आये समंदर सारे।

बच बच के निकले बिजली फिर भी गिरी आशियां बचाया तो मगर बचाना फिजुल था !

बच बच के निकले बिजली फिर भी गिरी आशियां बचाया तो मगर बचाना फिजुल था !

मेरा ग़म इतना मज़बूत था  बहारों ने आँसू बहाएँ चाँद खून में नहाया!

मेरा ग़म इतना मज़बूत था बहारों ने आँसू बहाएँ चाँद खून में नहाया!

मैने ईश्क करने का मिजाज बदल दिया है अब तो बस तन्हाईयों से आशिकी करते हैं !

मैने ईश्क करने का मिजाज बदल दिया है अब तो बस तन्हाईयों से आशिकी करते हैं !

फ़ुलो के साथ कांटे नसीब होते है खुषी के साथ गम भी नसीब होता है यु तो मजबुरी ले डुबती हर आशिक को वरना खुषी से बेवफ़ा कौन होता है!

फ़ुलो के साथ कांटे नसीब होते है खुषी के साथ गम भी नसीब होता है यु तो मजबुरी ले डुबती हर आशिक को वरना खुषी से बेवफ़ा कौन होता है!

नीँद मेँ भी गिरते है मेरी आँखो से आँसू, जब भी तुम ख्बाबो मे मेरा हाथ छोड देती हो !

नीँद मेँ भी गिरते है मेरी आँखो से आँसू, जब भी तुम ख्बाबो मे मेरा हाथ छोड देती हो !

वक़्त के बदलने से इश्क़ कहाँ बदलता है आप से प्यार था आप से ही प्यार है !

वक़्त के बदलने से इश्क़ कहाँ बदलता है आप से प्यार था आप से ही प्यार है !

देगा अगर दर्द तो खुद भी डूबेगा, वो एक शख्स जो आँखों में रहता है!

देगा अगर दर्द तो खुद भी डूबेगा, वो एक शख्स जो आँखों में रहता है!

इशारों में बात करनी थी तो पहले बताते हम शायरी को नही आँखों को सजाते !

इशारों में बात करनी थी तो पहले बताते हम शायरी को नही आँखों को सजाते !

आंसू देने वाले बहुत है, मगर पोछने वाले कम, इस दुनिया में ख़ुशी कही नहीं, हर तरफ बस गम ही गम.

आंसू देने वाले बहुत है, मगर पोछने वाले कम, इस दुनिया में ख़ुशी कही नहीं, हर तरफ बस गम ही गम.

तेरे होंठों पे हो बस मुस्कान ऐसा में कुछ आज करू ना होने दो कभी मोहब्बत कम इतना जी भर के तुझे प्यार करू !

तेरे होंठों पे हो बस मुस्कान ऐसा में कुछ आज करू ना होने दो कभी मोहब्बत कम इतना जी भर के तुझे प्यार करू !

सब्र करो इतना के आशिकी भी बेहूदा न लगे खुदा मेहबूब न लगे और मेहबूब खुदा न लगे !

सब्र करो इतना के आशिकी भी बेहूदा न लगे खुदा मेहबूब न लगे और मेहबूब खुदा न लगे !

जो आँसू आँख से अचानक निकल पड़ें, वजह उनकी ज़बान से बयां नहीं होती।

जो आँसू आँख से अचानक निकल पड़ें, वजह उनकी ज़बान से बयां नहीं होती।