प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होता एक दिल धड़कता है तो दुजा समझता है ! - Aashiqui Shayari

प्रेम यक़ीन दिलाने का मोहताज नहीं होता एक दिल धड़कता है तो दुजा समझता है !

Aashiqui Shayari