तुम चाहे जितना नाराज़ हो लो, मैं ऐतराज़ नहीं करूँगा किसी बात का !

तुम चाहे जितना नाराज़ हो लो, मैं ऐतराज़ नहीं करूँगा किसी बात का !

Broken Heart Shayari

अरे पगली प्यार कर लिया है तो बेवफ़ाई मत करना वरना, भाईगिरी दिखाकर बर्बाद कर दूंगा!

अरे पगली प्यार कर लिया है तो बेवफ़ाई मत करना वरना, भाईगिरी दिखाकर बर्बाद कर दूंगा!

कभी भाई के सामने A फॉर attitute मत दिखाना वरना B फॉर Bhaigiri दिखा दूंगा!

कभी भाई के सामने A फॉर attitute मत दिखाना वरना B फॉर Bhaigiri दिखा दूंगा!

दुनिया भाईचारे से नहीं भाईगिरी से चलती है!

दुनिया भाईचारे से नहीं भाईगिरी से चलती है!

फैसला भी तब होता है, जब ये भाई ऑर्डर देता है।

फैसला भी तब होता है, जब ये भाई ऑर्डर देता है।

दुनिया जल चुकी है हमारी भाईगिरी से! अगर जलना सहन नहीं हो रहा है तो, हमारे पास आओ हम बुझाना भी जानते हैं!

दुनिया जल चुकी है हमारी भाईगिरी से! अगर जलना सहन नहीं हो रहा है तो, हमारे पास आओ हम बुझाना भी जानते हैं!

पहले भोके फिर काटने लगें अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगें

पहले भोके फिर काटने लगें अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगें

Road पर speed लिमिट Exam में time लिमिट Naukri में age लिमिट पर Humari दादागिरी में no लिमिट

Road पर speed लिमिट Exam में time लिमिट Naukri में age लिमिट पर Humari दादागिरी में no लिमिट

बेखबर थे वो के कभी बेइन्तेहाँ मोहब्बत किया था मैंने उनसे, और खबर इस पुरे कायनात को हो गई !

बेखबर थे वो के कभी बेइन्तेहाँ मोहब्बत किया था मैंने उनसे, और खबर इस पुरे कायनात को हो गई !

सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।

सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।

चाहत इतनी थी की उनको बताई न गई, चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई,

चाहत इतनी थी की उनको बताई न गई, चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई,

उनके ख़याल का दर्द इतना बढ़ गया है, की अब तो नींद भी आने से कतराती है !

उनके ख़याल का दर्द इतना बढ़ गया है, की अब तो नींद भी आने से कतराती है !

गिरना था जो आपको तो सौ मक़ाम थे, ये क्या किया कि निगाहों से गिर गए।

गिरना था जो आपको तो सौ मक़ाम थे, ये क्या किया कि निगाहों से गिर गए।

वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है, जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है।

वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है, जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है।

इश्क़ में भी छुट्टी चाहिए थी उन्हें, न जाने इश्क़ को क्या समझ रखा है !

इश्क़ में भी छुट्टी चाहिए थी उन्हें, न जाने इश्क़ को क्या समझ रखा है !

कोई अपना हमसे जब भी रूठ जाता है, ऐसा लगता साथ रब छूट जाता है.

कोई अपना हमसे जब भी रूठ जाता है, ऐसा लगता साथ रब छूट जाता है.

सुन लेता हूँ मैं बोली, खामोशियों में भी तेरी, गूंजती है कुछ इस कदर तेरी बातें मेरे ज़हन में!

सुन लेता हूँ मैं बोली, खामोशियों में भी तेरी, गूंजती है कुछ इस कदर तेरी बातें मेरे ज़हन में!

ज़ख़्म खरीद लाया हूं बाज़ार-ए-इश्क़ से, दिल ज़िद कर रहा था मुझे इश्क चाहिए।

ज़ख़्म खरीद लाया हूं बाज़ार-ए-इश्क़ से, दिल ज़िद कर रहा था मुझे इश्क चाहिए।

ज़रूरत से प्यार किया उसने मुझसे, क्या प्यार करना भी एक मज़बूरी थी उसकी ?

ज़रूरत से प्यार किया उसने मुझसे, क्या प्यार करना भी एक मज़बूरी थी उसकी ?