यह दिल ही जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम, की मुझे जीने के लिए साँसों की नहीं तेरी ज़रूरत है। - Crush Shayari

यह दिल ही जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम, की मुझे जीने के लिए साँसों की नहीं तेरी ज़रूरत है।

Crush Shayari