हर भूल तेरी माफ की तेरी हर खता को भुला दिया, गम है की मेरे प्यार का तू ने बेवफाई सिला दिया। - Gam Bhari Shayari

हर भूल तेरी माफ की तेरी हर खता को भुला दिया, गम है की मेरे प्यार का तू ने बेवफाई सिला दिया।

Gam Bhari Shayari