समेट ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर इनकी जरूरत पड़ेगी। - Gam Bhari Shayari

समेट ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर इनकी जरूरत पड़ेगी।

Gam Bhari Shayari