बरसों से कायम है इश्क़ अपने उसूलों पर, ये कल भी तकलीफ देता था और ये आज भी तकलीफ देता है। - Ishq Shayari

बरसों से कायम है इश्क़ अपने उसूलों पर, ये कल भी तकलीफ देता था और ये आज भी तकलीफ देता है।

Ishq Shayari