हाथों की लकीर, किस्मत और नसीब, जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब, कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब, दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब। - Kismat Shayari

हाथों की लकीर, किस्मत और नसीब, जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब, कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब, दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।

Kismat Shayari