मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।
 - Kismat Shayari

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

Kismat Shayari