आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं!

आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं!

Mohabbat Shayari

आज समझा मैं उसे मदद की इतनी जल्दी क्यों थी, उसे मतलब पूरा करना था और दोस्ती अधूरी छोड़नी थी।

आज समझा मैं उसे मदद की इतनी जल्दी क्यों थी, उसे मतलब पूरा करना था और दोस्ती अधूरी छोड़नी थी।

यह दोस्ती का सवाल है साहब, यहां 2 में से 1 गया तो कुछ नहीं बचता।

यह दोस्ती का सवाल है साहब, यहां 2 में से 1 गया तो कुछ नहीं बचता।

 चेहरे दो थे मेरे उस दोस्त के पास एक मतलब से पहले देखा था, और एक मतलब पूरा होने के बाद देखा है।

चेहरे दो थे मेरे उस दोस्त के पास एक मतलब से पहले देखा था, और एक मतलब पूरा होने के बाद देखा है।

दोस्ती के अब मतलब बदलने लगे है, जब से मतलब की दोस्ती होने लगी है।

दोस्ती के अब मतलब बदलने लगे है, जब से मतलब की दोस्ती होने लगी है।

 कुछ होते हैं दोस्त लिबाज़ जैसे जो ज़रुरत के हिसाब से बदल जाते हैं।

कुछ होते हैं दोस्त लिबाज़ जैसे जो ज़रुरत के हिसाब से बदल जाते हैं।

जब मतलबी दोस्त दिल में उतर जाते है, तो कई सपने टूट कर बिखर जाते है।

जब मतलबी दोस्त दिल में उतर जाते है, तो कई सपने टूट कर बिखर जाते है।

जब दोस्ती के बीच मतलब आ जाता है तो, हर मुलाक़ात में कोई न कोई मक़सद आ जाता है।

जब दोस्ती के बीच मतलब आ जाता है तो, हर मुलाक़ात में कोई न कोई मक़सद आ जाता है।

मेरी मोहब्बत की सच्चाई को तो देख, अब मैं तेरे नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं!

मेरी मोहब्बत की सच्चाई को तो देख, अब मैं तेरे नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं!

ये रात मेरे कानों में बस इतना कह गयी यार तेरी मोहब्बत अधूरी रह गयी !

ये रात मेरे कानों में बस इतना कह गयी यार तेरी मोहब्बत अधूरी रह गयी !

सुना था मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले हमारी बारी आई तो रिवाज हि बदल गया !

सुना था मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले हमारी बारी आई तो रिवाज हि बदल गया !

जिद मैं छोड़ सकता हूँ, पर तेरी लत कैसे छोड़ दूं, आपको चाहना आदत बन गई है मेरी, ये सिलसिला कैसे तोड़ दूं!

जिद मैं छोड़ सकता हूँ, पर तेरी लत कैसे छोड़ दूं, आपको चाहना आदत बन गई है मेरी, ये सिलसिला कैसे तोड़ दूं!

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना, नफरत बता रही है तूने गज़ब की मोहब्बत थी!

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना, नफरत बता रही है तूने गज़ब की मोहब्बत थी!

तुमसे कितनी मोहब्बत है मालूम नहीं मगर मुझे लोग आज भी तेरी कसम देकर मना लेते है!

तुमसे कितनी मोहब्बत है मालूम नहीं मगर मुझे लोग आज भी तेरी कसम देकर मना लेते है!

बर्बाद तो मैं भी नही बस, आबाद होने की देरी हैं, कमी तो कुछ नही बस, तेरे आने की देरी हैं!

बर्बाद तो मैं भी नही बस, आबाद होने की देरी हैं, कमी तो कुछ नही बस, तेरे आने की देरी हैं!

जब हो जाये मेरी मोहब्बत पे एतबार. तो लौट आना हम आज भी तेरे इन्तजार में हैं !

जब हो जाये मेरी मोहब्बत पे एतबार. तो लौट आना हम आज भी तेरे इन्तजार में हैं !

बस रिश्ता ही तो टूटा है मोहब्बत ​तो आज भी हमे उनसे ही है !

बस रिश्ता ही तो टूटा है मोहब्बत ​तो आज भी हमे उनसे ही है !

मोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने से, तुम सिर्फ मेरे हो इस बात का ख्याल रखना...

मोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने से, तुम सिर्फ मेरे हो इस बात का ख्याल रखना...

ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है!

ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है!