आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं! - Mohabbat Shayari

आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं!

Mohabbat Shayari