अच्छा हूँ तो अच्छा ही रहने दो बुरा बन गया, तो मुझे झेलने की औक़ात नहीं तुम्हारी! - King Shayari

अच्छा हूँ तो अच्छा ही रहने दो बुरा बन गया, तो मुझे झेलने की औक़ात नहीं तुम्हारी!

King Shayari