गिरगिट बेचारा भी शर्मिंदा हो जाता होगा, इंसानों की रंग बदलने की रफ़्तार देख कर! - King Shayari

गिरगिट बेचारा भी शर्मिंदा हो जाता होगा, इंसानों की रंग बदलने की रफ़्तार देख कर!

King Shayari