पास आ जरा दिल की बात बताऊँ तुझको, कैसे धड़कता है दिल आवाज़ सुनाऊं तुझको।
खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से, तुम जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।
मुमकिन अगर हो सके तो वापस कर दो, बिना दिल के अब हमारा दिल नहीं लगता।
किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी, हमारी चीज थी हमने जहाँ जानी वहाँ रख दी, जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो, जरा सी चीज़ थी हमने न जाने कहाँ रख दी।
कभी पत्थर कहा गया तो कभी शीशा कहा गया, दिल जैसी एक चीज़ को क्या-क्या कहा गया।
अजीब अंधेरा है ऐ इश्क़ तेरी महफ़िल में, किसी ने दिल भी जलाया तो रोशनी ना हुई।
उनके हाथों ने छू लिया होगा मुझको, वरना पत्थर दिल कहाँ पिघलते हैं।
अब उसके साथ रहूँ या फिर उस से किनारा कर लूँ, जरा ठहर जा ऐ दिल मैं ये फैसला दोबारा कर लूँ।
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता, बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता, है जो पास उसे संभाल के रखना,खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता!
बेशक हमें तुमसे मोहब्बत थी लेकिन इतनी ज्यादा होगी हमनें कभी सोचा तक ना था!
बहुत ही समझदार हैं लोग इस दुनिया मे, खुद को ना समझ आये कुछ तो दुनिया ही ना-समझ हैं इनकी नजर में।
मोहब्बत की कीमत उनसे पूछो जिन्होंने अपना सुकून खोया है किसी की चाहत के खातिर.
जिंदगी के लिये जान ज़रूरी है, जीने के लिये अरमान ज़रूरी है, हमारे पास हो चाहे कितना भी गम, लेकिन तेरे चहरे पर मुस्कान ज़रूरी है.
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता.
ज़िन्दगी जन्नत हो जाती है जब लाइफ पार्टनर केयर करने वाला मिल जाती है।
तुम भी online मैं भी online छुप छुपकर देख रहे है नो typing नो typing !
रूठे रिश्ते और नाराज लोग सबूत हैं इस बात के कि ज़ज्बात अब भी जुड़े रहने की ख्वाहिश रखते हैं!
मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हज़ारों थे।