रात ख़ामोशी से चुपचाप है, पर तेरी यादों का शोर बेहिसाब है। - Alfaaz Shayari

रात ख़ामोशी से चुपचाप है, पर तेरी यादों का शोर बेहिसाब है।

Alfaaz Shayari