डालकर आदत बेपनाह मोहब्बत की, अब वो कहते हैं कि समझा करो वक़्त नही है। - Alfaaz Shayari

डालकर आदत बेपनाह मोहब्बत की, अब वो कहते हैं कि समझा करो वक़्त नही है।

Alfaaz Shayari