इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है !

इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है !

Judai Shayari

मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो !

मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो !

तेरे जाने के बाद सनम सोचता हूँ की कैसे जिऊंगा मैं तुझसे किया है इसी लिए वादा ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं !

तेरे जाने के बाद सनम सोचता हूँ की कैसे जिऊंगा मैं तुझसे किया है इसी लिए वादा ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं !

मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेगी पड़ी हमे छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई मे खुश है !

मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेगी पड़ी हमे छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई मे खुश है !

ना मेरी नीयत बुरी थी ना उसमे कोई बुराई थी सब मुक़द्दर का खेल था बस किस्मत में जुदाई थी !

ना मेरी नीयत बुरी थी ना उसमे कोई बुराई थी सब मुक़द्दर का खेल था बस किस्मत में जुदाई थी !

जिस दिन से जुदा वह हमसे हुए इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया है चाँद का मुंह भी उतरा -उतरा तारो ने चमकना छोड़ दिया !

जिस दिन से जुदा वह हमसे हुए इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया है चाँद का मुंह भी उतरा -उतरा तारो ने चमकना छोड़ दिया !

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की तुम क्या ​समझो तुम क्या जानो बात मेरी तन्हाई की !

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की तुम क्या ​समझो तुम क्या जानो बात मेरी तन्हाई की !

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते है बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते है !

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते है बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते है !

उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों मे कैसे बयान करे वो रहती दिल ​में धडकती दर्द मे ​और बहती अश्क में..

उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों मे कैसे बयान करे वो रहती दिल ​में धडकती दर्द मे ​और बहती अश्क में..

ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही का फिर भी कलम लिख नही सकती दर्द तेरी जुदाई का !

ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही का फिर भी कलम लिख नही सकती दर्द तेरी जुदाई का !

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

इश्क – मोहब्बत तो सब करते है गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं !

इश्क – मोहब्बत तो सब करते है गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं !

कभी कभी तो ये दिल में सवाल उठता है कि इस जुदाई में क्या उस ने पा लिया होगा !

कभी कभी तो ये दिल में सवाल उठता है कि इस जुदाई में क्या उस ने पा लिया होगा !

आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते !

आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते !

जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया !

जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया !

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !