इसी लिए तो बच्चो पे नूर सा बरसता है शरारतें करते है साजिशे तो नही करते ! - Nafrat Shayari

इसी लिए तो बच्चो पे नूर सा बरसता है शरारतें करते है साजिशे तो नही करते !

Nafrat Shayari