नफरतो को जलाओ मोहब्बत की रौशनी होगी वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है !

नफरतो को जलाओ मोहब्बत की रौशनी होगी वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है !

Nafrat Shayari

नफरत के बाजार में जिने का अलग ही मजा हैं, लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना नहीं छोड़ते,

नफरत के बाजार में जिने का अलग ही मजा हैं, लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना नहीं छोड़ते,

उन्हे नफरत हुयी सारे जहाँ से अब नयी दुनिया लाये कहाँ से !

उन्हे नफरत हुयी सारे जहाँ से अब नयी दुनिया लाये कहाँ से !

क़त्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर में, जिसे देखो दिल में नफरत लिये फिरता हैं।

क़त्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर में, जिसे देखो दिल में नफरत लिये फिरता हैं।

नफरत मत करना हमसे हमें बुरा लगेगा, बस प्यार से कह देना तेरी जरुरत नहीं हैं।

नफरत मत करना हमसे हमें बुरा लगेगा, बस प्यार से कह देना तेरी जरुरत नहीं हैं।

नाराजगी डर नफरत या फिर प्यार कुछ तो जरुर है जो तुम मुझसे दूर दूर रहते हो !

नाराजगी डर नफरत या फिर प्यार कुछ तो जरुर है जो तुम मुझसे दूर दूर रहते हो !

कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा, हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं।

कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा, हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं।

हाथ में खंजर ही नहीं आंखो मे पानी भी चाहिए ऐ खुदा मुझे दुश्मन भी खानदानी चाहिए !

हाथ में खंजर ही नहीं आंखो मे पानी भी चाहिए ऐ खुदा मुझे दुश्मन भी खानदानी चाहिए !

ना मेरा प्यार कम हुआ ना उनकी नफरत, अपना-अपना फर्ज था दोनों अदा कर गये।

ना मेरा प्यार कम हुआ ना उनकी नफरत, अपना-अपना फर्ज था दोनों अदा कर गये।

ये तेरी हल्की सी नफ़रत और थोड़ा सा इश्क़, यह तो बता ये मज़ा-ए-इश्क़ है या सजा़-ए-इश्क़।

ये तेरी हल्की सी नफ़रत और थोड़ा सा इश्क़, यह तो बता ये मज़ा-ए-इश्क़ है या सजा़-ए-इश्क़।

प्यार करता हूँ इसलिए फ़िक्र करता हूँ जो नफ़रत करता तो तेरा जिक्र तक न करता !

प्यार करता हूँ इसलिए फ़िक्र करता हूँ जो नफ़रत करता तो तेरा जिक्र तक न करता !

जहर पिने से कब मौत आती है, मर्जी खुदा की भी चाहिए मरने के लिए !

जहर पिने से कब मौत आती है, मर्जी खुदा की भी चाहिए मरने के लिए !

सुना है मौत एक पल की भी मोहलत नहीं देती, मैं अचानक मर जाऊ तो मुझे माफ़ कर देना !

सुना है मौत एक पल की भी मोहलत नहीं देती, मैं अचानक मर जाऊ तो मुझे माफ़ कर देना !

एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है, ये जो मेरी मौत पर रो रहे है, अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे।

एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है, ये जो मेरी मौत पर रो रहे है, अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे।

करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी, जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी !

करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी, जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी !

एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही !

एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही !

मौत से क्या डर मिनटों का खेल है, आफत तो ज़िन्दगी है जो बरसो चला करती है !

मौत से क्या डर मिनटों का खेल है, आफत तो ज़िन्दगी है जो बरसो चला करती है !

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था, मोहब्बत में तुमने, न जिंदगी अच्छी लगती हैं, ना हीं मौत आती हैं।

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था, मोहब्बत में तुमने, न जिंदगी अच्छी लगती हैं, ना हीं मौत आती हैं।

साज़-ए-दिल को महकाया इश्क़ ने, मौत को ले कर जवानी आ गई !

साज़-ए-दिल को महकाया इश्क़ ने, मौत को ले कर जवानी आ गई !