उसकी दीदार के लिए हम आज भी उसे याद करते है उसे हमारी जरूरत नहीं फिर भी हम उसका “Intezaar” रेहता हैं - Intezaar Shayari

उसकी दीदार के लिए हम आज भी उसे याद करते है उसे हमारी जरूरत नहीं फिर भी हम उसका “Intezaar” रेहता हैं

Intezaar Shayari