ख़्वाबों में भी ख़्वाब बनकर आते हो, जाना इतनी दूरियां कहा से लाते हो।

ख़्वाबों में भी ख़्वाब बनकर आते हो, जाना इतनी दूरियां कहा से लाते हो।

Dooriyan Shayari

 तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।

तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।

थोड़ी दूरियाँ भी ज़रूरी है, ज़िन्दगी में, किसी के इतने करीब भी न जाओ, की वो दूर चला जाये .

थोड़ी दूरियाँ भी ज़रूरी है, ज़िन्दगी में, किसी के इतने करीब भी न जाओ, की वो दूर चला जाये .

हम बताएंगे भी नहीं जताएंगे भी नहीं, दूरी बना कर रखेगे मिटाएंगे भी नहीं।

हम बताएंगे भी नहीं जताएंगे भी नहीं, दूरी बना कर रखेगे मिटाएंगे भी नहीं।

ज़रुरत पड़ने पर नज़दीकियां बना लो पूरी होने पर फिर फासले बना लो, जो झुक रहा हो प्यार में तुम्हारे उसे पूरा दबा दो।

ज़रुरत पड़ने पर नज़दीकियां बना लो पूरी होने पर फिर फासले बना लो, जो झुक रहा हो प्यार में तुम्हारे उसे पूरा दबा दो।

दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब, तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।

दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब, तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।

 अक्सर मुसीबतों की धुप में मैंने रिश्तों की बर्फ को पिघलते देखा है, अक्सर फासलों के फर्श पर मैंने रिश्तों को फिसलते देखा है।

अक्सर मुसीबतों की धुप में मैंने रिश्तों की बर्फ को पिघलते देखा है, अक्सर फासलों के फर्श पर मैंने रिश्तों को फिसलते देखा है।

तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब है, मीलों की दूरियां है और, धड़कन कितना करीब है

तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब है, मीलों की दूरियां है और, धड़कन कितना करीब है

मीलों की दूरियां पर धड़कनों के क़रीब हैं, देखिए ना दूर होके भी हम कितने नज़दीक हैं।

मीलों की दूरियां पर धड़कनों के क़रीब हैं, देखिए ना दूर होके भी हम कितने नज़दीक हैं।

उनके पीछे भागना छोड़ दिया है मैंने जो मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

उनके पीछे भागना छोड़ दिया है मैंने जो मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

 यूँ ही नहीं आते फासले बीच में एक को दुसरे से दूर भागना पड़ता है।

यूँ ही नहीं आते फासले बीच में एक को दुसरे से दूर भागना पड़ता है।

वो क़रीब बहुत है, मगर दूरियों के साथ हम दोनों जी तो रहे हैं। मगर मजबूरियों के साथ !

वो क़रीब बहुत है, मगर दूरियों के साथ हम दोनों जी तो रहे हैं। मगर मजबूरियों के साथ !

फ़ासलो को लाने से पहले, पूछ तो लेता एक दफा मुझसे दूर जाने से पहले।

फ़ासलो को लाने से पहले, पूछ तो लेता एक दफा मुझसे दूर जाने से पहले।

तुझसे दूर रहकर कुछ यूँ वक़्त गुजारा मैंने, ना होंठ हिले फिर भी तुझे पल-पल पुकारा मैंने।

तुझसे दूर रहकर कुछ यूँ वक़्त गुजारा मैंने, ना होंठ हिले फिर भी तुझे पल-पल पुकारा मैंने।

दूर से देखो तो सब क़रीबी ही लगता है क़रीब जाकर मालूम होता है सब दूर भागना चाहते हैं।

दूर से देखो तो सब क़रीबी ही लगता है क़रीब जाकर मालूम होता है सब दूर भागना चाहते हैं।

दूरियां बढ़ना लाज़मी था, प्यार हमारा एकतरफा जो था।

दूरियां बढ़ना लाज़मी था, प्यार हमारा एकतरफा जो था।

मेरे हिस्से की ज़मीन बंजर थी, मैं वाकिफ ना था, बे-सबब इलज़ाम मैं देता रहा बरसात को ।

मेरे हिस्से की ज़मीन बंजर थी, मैं वाकिफ ना था, बे-सबब इलज़ाम मैं देता रहा बरसात को ।

डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में, ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।

डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में, ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।

हँसने की जुस्तजू में दबाया जो दर्द को, आँसू हमारी आँख में पत्थर के हो गए!

हँसने की जुस्तजू में दबाया जो दर्द को, आँसू हमारी आँख में पत्थर के हो गए!