Dooriyan Shayari, Status, and Images in Hindi

दूरियां बढ़ना लाज़मी था, प्यार हमारा एकतरफा जो था।

दूरियां बढ़ना लाज़मी था, प्यार हमारा एकतरफा जो था।

दूर से देखो तो सब क़रीबी ही लगता है क़रीब जाकर मालूम होता है सब दूर भागना चाहते हैं।

दूर से देखो तो सब क़रीबी ही लगता है क़रीब जाकर मालूम होता है सब दूर भागना चाहते हैं।

तुझसे दूर रहकर कुछ यूँ वक़्त गुजारा मैंने, ना होंठ हिले फिर भी तुझे पल-पल पुकारा मैंने।

तुझसे दूर रहकर कुछ यूँ वक़्त गुजारा मैंने, ना होंठ हिले फिर भी तुझे पल-पल पुकारा मैंने।

फ़ासलो को लाने से पहले, पूछ तो लेता एक दफा मुझसे दूर जाने से पहले।

फ़ासलो को लाने से पहले, पूछ तो लेता एक दफा मुझसे दूर जाने से पहले।

वो क़रीब बहुत है, मगर दूरियों के साथ हम दोनों जी तो रहे हैं। मगर मजबूरियों के साथ !

वो क़रीब बहुत है, मगर दूरियों के साथ हम दोनों जी तो रहे हैं। मगर मजबूरियों के साथ !

 यूँ ही नहीं आते फासले बीच में एक को दुसरे से दूर भागना पड़ता है।

यूँ ही नहीं आते फासले बीच में एक को दुसरे से दूर भागना पड़ता है।

ख़्वाबों में भी ख़्वाब बनकर आते हो, जाना इतनी दूरियां कहा से लाते हो।

ख़्वाबों में भी ख़्वाब बनकर आते हो, जाना इतनी दूरियां कहा से लाते हो।

उनके पीछे भागना छोड़ दिया है मैंने जो मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

उनके पीछे भागना छोड़ दिया है मैंने जो मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं।

मीलों की दूरियां पर धड़कनों के क़रीब हैं, देखिए ना दूर होके भी हम कितने नज़दीक हैं।

मीलों की दूरियां पर धड़कनों के क़रीब हैं, देखिए ना दूर होके भी हम कितने नज़दीक हैं।

तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब है, मीलों की दूरियां है और, धड़कन कितना करीब है

तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब है, मीलों की दूरियां है और, धड़कन कितना करीब है

 अक्सर मुसीबतों की धुप में मैंने रिश्तों की बर्फ को पिघलते देखा है, अक्सर फासलों के फर्श पर मैंने रिश्तों को फिसलते देखा है।

अक्सर मुसीबतों की धुप में मैंने रिश्तों की बर्फ को पिघलते देखा है, अक्सर फासलों के फर्श पर मैंने रिश्तों को फिसलते देखा है।

दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब, तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।

दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब, तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।

ज़रुरत पड़ने पर नज़दीकियां बना लो पूरी होने पर फिर फासले बना लो, जो झुक रहा हो प्यार में तुम्हारे उसे पूरा दबा दो।

ज़रुरत पड़ने पर नज़दीकियां बना लो पूरी होने पर फिर फासले बना लो, जो झुक रहा हो प्यार में तुम्हारे उसे पूरा दबा दो।

हम बताएंगे भी नहीं जताएंगे भी नहीं, दूरी बना कर रखेगे मिटाएंगे भी नहीं।

हम बताएंगे भी नहीं जताएंगे भी नहीं, दूरी बना कर रखेगे मिटाएंगे भी नहीं।

थोड़ी दूरियाँ भी ज़रूरी है, ज़िन्दगी में, किसी के इतने करीब भी न जाओ, की वो दूर चला जाये .

थोड़ी दूरियाँ भी ज़रूरी है, ज़िन्दगी में, किसी के इतने करीब भी न जाओ, की वो दूर चला जाये .

 तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।

तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।

कुछ हमें भी बता देते यूं दूरियां न जताते, इल्ज़ाम हज़ारों लगाये, ख़ता भी बता जाते।

कुछ हमें भी बता देते यूं दूरियां न जताते, इल्ज़ाम हज़ारों लगाये, ख़ता भी बता जाते।

जो मेरे नज़दीक आने से चिढ़ते थे आज कल कहते हैं बड़ा दूर दूर सा रहता है।

जो मेरे नज़दीक आने से चिढ़ते थे आज कल कहते हैं बड़ा दूर दूर सा रहता है।

दूर हो रहे है वो धीरे धीरे, मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे, उन्हें तो कुछ पता ही नही, जान जा रही है मेरी धीरे धीरे .

दूर हो रहे है वो धीरे धीरे, मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे, उन्हें तो कुछ पता ही नही, जान जा रही है मेरी धीरे धीरे .

कमज़ोर था नहीं अब हो गया हूँ मैं, तुझे पाने की ख़ाहिश में खुद खो गया हूँ मैं।

कमज़ोर था नहीं अब हो गया हूँ मैं, तुझे पाने की ख़ाहिश में खुद खो गया हूँ मैं।

ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में , दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।

ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में , दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।

सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं, तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं, तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

अब बेवजह कुछ ना कहा करो मुझसे, झूठे करीबियों थोड़ा दूर रहा करो मुझे।

अब बेवजह कुछ ना कहा करो मुझसे, झूठे करीबियों थोड़ा दूर रहा करो मुझे।

तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं, दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं।

तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं, दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं।

 क़िस्मत में लिखी थी दूरियां शायद, वरना तुझे पाने के लिए मेहनत हमने पूरी की थी।

क़िस्मत में लिखी थी दूरियां शायद, वरना तुझे पाने के लिए मेहनत हमने पूरी की थी।

दूर रहकर भी तुम्हारी हर, खबर रखते है, हम पास तुम्हे कुछ, इस कदर रखते है!

दूर रहकर भी तुम्हारी हर, खबर रखते है, हम पास तुम्हे कुछ, इस कदर रखते है!

ये दूरियां ना होती हमारे दर्मियां, काश कभी जो सुन लेते तुम मेरी ये खामोशियां।

ये दूरियां ना होती हमारे दर्मियां, काश कभी जो सुन लेते तुम मेरी ये खामोशियां।

 फिर हुआ यूँ की फासले कम ना हुए, इतनी कोशिशों के बाद भी मैं और वो हम ना हुए।

फिर हुआ यूँ की फासले कम ना हुए, इतनी कोशिशों के बाद भी मैं और वो हम ना हुए।

दूर ही थे तो अच्छा था, करीब आकर दूरियां बढ़ा दी हमने।

दूर ही थे तो अच्छा था, करीब आकर दूरियां बढ़ा दी हमने।

फासले आते चले गए हम दूर जाते चले गए, गलती दोनों की थी और हम एक दुसरे को गलत बताते चले गए।

फासले आते चले गए हम दूर जाते चले गए, गलती दोनों की थी और हम एक दुसरे को गलत बताते चले गए।

कभी तो आ बैठ मेरे पास थोड़ा बतियाते है, बढ़ रही है जो दूरियां उन दूरियों को मिटाते हैं।

कभी तो आ बैठ मेरे पास थोड़ा बतियाते है, बढ़ रही है जो दूरियां उन दूरियों को मिटाते हैं।

काफी फ़र्क़ है दूर होना और दूर रहने में, काफी फ़र्क़ है अपना होना और अपने कहने में।

काफी फ़र्क़ है दूर होना और दूर रहने में, काफी फ़र्क़ है अपना होना और अपने कहने में।

उसकी बेरुखी और मेरी खुदगर्ज़ी, अक्सर दूरियां ले आती हैं।

उसकी बेरुखी और मेरी खुदगर्ज़ी, अक्सर दूरियां ले आती हैं।

मैं जितना क़रीब जाना चाहूँ तू उतना ही दूर भागता है मुझे, तू और मैं चुम्बक के एक पहलू से लगते हैं।

मैं जितना क़रीब जाना चाहूँ तू उतना ही दूर भागता है मुझे, तू और मैं चुम्बक के एक पहलू से लगते हैं।

हम तुमसे दूर कैसे रह पाते, दिल से तुमको…कैसे भूल पाते, काश तुम आईने में बसे होते, हम खुद को देखते तो तुम नज़र आते।

हम तुमसे दूर कैसे रह पाते, दिल से तुमको…कैसे भूल पाते, काश तुम आईने में बसे होते, हम खुद को देखते तो तुम नज़र आते।

लोग पूछते है अब तुम दोनों साथ हो क्या, मैं कहता हूँ जिस्म से नहीं मगर दिल से हाँ शायद।

लोग पूछते है अब तुम दोनों साथ हो क्या, मैं कहता हूँ जिस्म से नहीं मगर दिल से हाँ शायद।

हमारे बीच जो ये दूरियां आयी है, कही न कही इन फासलों के पिछे सारे फैसले तुम्हारे ही तो है।

हमारे बीच जो ये दूरियां आयी है, कही न कही इन फासलों के पिछे सारे फैसले तुम्हारे ही तो है।