मरने को तो मर जाऊं मैं  मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं! - Marne Wali Shayari

मरने को तो मर जाऊं मैं मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं!

Marne Wali Shayari