मरने को तो मर जाऊं मैं  मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं!

मरने को तो मर जाऊं मैं मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं!

Marne Wali Shayari

और मैं जो साबित करने पर आऊंगा तुम्हारे कहने पर भी रुकूंगा नहीं मर जाऊंगा

और मैं जो साबित करने पर आऊंगा तुम्हारे कहने पर भी रुकूंगा नहीं मर जाऊंगा

उनसे इश्क़ क्या किया हमने अब समझ ही नहीं आ रहा की जिए या फिर मरे।

उनसे इश्क़ क्या किया हमने अब समझ ही नहीं आ रहा की जिए या फिर मरे।

तेरे बिना मुझे जीना नहीं आता  मैं मर जाऊंगा तेरे बगैर सनम

तेरे बिना मुझे जीना नहीं आता मैं मर जाऊंगा तेरे बगैर सनम

 जब दिल उदास होता है तो ना जाने क्यों मरने का मन होता है।

जब दिल उदास होता है तो ना जाने क्यों मरने का मन होता है।

और देखो मेरे मरने पर वो आई तक ना  मैंने कहा था एक गुलाब लाने को वो लाई तक ना

और देखो मेरे मरने पर वो आई तक ना मैंने कहा था एक गुलाब लाने को वो लाई तक ना

 मेरे मरने की वजह सिर्फ तू होगी, तेरी झूठे इश्क़ की मेरे लिए यही सजा होगी।

मेरे मरने की वजह सिर्फ तू होगी, तेरी झूठे इश्क़ की मेरे लिए यही सजा होगी।

और इश्क में मरने की बात करेंगे हम अगर बात से बात नहीं बनी तो मरेंगे हम!

और इश्क में मरने की बात करेंगे हम अगर बात से बात नहीं बनी तो मरेंगे हम!

- तेरे लिए मर तो मैं उसी दिन गया था जिस दिन तेरी बेवफाई का मेरे आगे राज़ खुला था।

- तेरे लिए मर तो मैं उसी दिन गया था जिस दिन तेरी बेवफाई का मेरे आगे राज़ खुला था।

 यहां गरीब मरने से भी डरता है क्योंकि मरने का बाद अर्थी फुकने के लिए भी पैसा चाहिए होता है।

यहां गरीब मरने से भी डरता है क्योंकि मरने का बाद अर्थी फुकने के लिए भी पैसा चाहिए होता है।

मर के भी दोबारा जिन्दा हो जाऊंगा अगर तेरी एक आवाज का सहारा मुझे मिल जायेगा।

मर के भी दोबारा जिन्दा हो जाऊंगा अगर तेरी एक आवाज का सहारा मुझे मिल जायेगा।

मेरे मरने की खबर उसे ना देना यारों  मेरे मरने से पहले उसे मुझ जैसा कोई और ला देना यारों

मेरे मरने की खबर उसे ना देना यारों मेरे मरने से पहले उसे मुझ जैसा कोई और ला देना यारों

तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !

तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !

आज देखी है हमनें भी बेरुखी की इन्तेहाँ हम पर नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए !

आज देखी है हमनें भी बेरुखी की इन्तेहाँ हम पर नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए !

तेरी बेरूखी को भी रूतबा दिया हमने, प्यार का हर फ़र्ज अदा किया हमने, मत सोच कि हम भूल गयें है तुझे, आज भी खुदा से पहले तुझे याद किया हमने.

तेरी बेरूखी को भी रूतबा दिया हमने, प्यार का हर फ़र्ज अदा किया हमने, मत सोच कि हम भूल गयें है तुझे, आज भी खुदा से पहले तुझे याद किया हमने.

देख कर बेरूखी उनकी इस कदर आज, ना जाने क्यों आँखें हमारी नम हो गई, दरवाजें तो पहले ही बंद हो गये थे उनके, मगर अब तो खिड़कियाँ भी बंद हो गई.

देख कर बेरूखी उनकी इस कदर आज, ना जाने क्यों आँखें हमारी नम हो गई, दरवाजें तो पहले ही बंद हो गये थे उनके, मगर अब तो खिड़कियाँ भी बंद हो गई.

भरी सख्ती मिजाज़ों में नहीं पैदायशी हैं हम किसी की बेरूखी झेली पिघल के फिर जमे हैं हम !

भरी सख्ती मिजाज़ों में नहीं पैदायशी हैं हम किसी की बेरूखी झेली पिघल के फिर जमे हैं हम !

कुछ बेरुखी से ही सही पर देखते तो हो ये आपकी नफरत है कि एहसान आपका !

कुछ बेरुखी से ही सही पर देखते तो हो ये आपकी नफरत है कि एहसान आपका !

कभी ऐसी भी बेरूखी देखी है हमने, कि लोग आप से तुम तक और तुम से जान तक फिर जान से अनजान तक हो जाते हैं.

कभी ऐसी भी बेरूखी देखी है हमने, कि लोग आप से तुम तक और तुम से जान तक फिर जान से अनजान तक हो जाते हैं.