पूरा आसमान मेरा हो ये कभी ख़्वाहिश नहीं थी मेरी, मेरी तो सारी दुनिया उस एक तारे में सिमटी थी। - Duniya Shayari

पूरा आसमान मेरा हो ये कभी ख़्वाहिश नहीं थी मेरी, मेरी तो सारी दुनिया उस एक तारे में सिमटी थी।

Duniya Shayari