एक दिन कबर में होगा ठिकाना याद रख आएगा ऐसा भी एक जमाना याद रख. - Sufi Shayari

एक दिन कबर में होगा ठिकाना याद रख आएगा ऐसा भी एक जमाना याद रख.

Sufi Shayari