चुप – चाप बैठे है, आज सपने मेरे लगता है हकीकत ने सबक सिखाया है… - Sufi Shayari

चुप – चाप बैठे है, आज सपने मेरे लगता है हकीकत ने सबक सिखाया है…

Sufi Shayari