कौन कहता है जनाब ये अकेलापन खलता है जब जिंदगी की समझ हो जाए तो खुद का साथ भी भाता है - Akelapan Shayari

कौन कहता है जनाब ये अकेलापन खलता है जब जिंदगी की समझ हो जाए तो खुद का साथ भी भाता है

Akelapan Shayari