तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे वरना कोई नहीं था तुजसे ज्यादा करीब मेरे ! - Ghamand Shayari

तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे वरना कोई नहीं था तुजसे ज्यादा करीब मेरे !

Ghamand Shayari