हाथ पैर सब ठीक होने पर भी वो इंसान कुछ नहीं कर सकता जिसने समय की हमेशा बेकद्री की है ! - Kadar Shayari

हाथ पैर सब ठीक होने पर भी वो इंसान कुछ नहीं कर सकता जिसने समय की हमेशा बेकद्री की है !

Kadar Shayari