इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं किस kadar चोट खाए हुए हैं, मारा था बाप ने कल उसके, आज भाई आये हुए हैं।
इश्क़ में किसी की याद इस कदर ना सतायें आशिक बेइंतहा प्यार करके बर्बाद हो जायें !!
वो इंसान कभी aap की kadar नहीं करेगा जिसके आगे aap हमेशा झुकोगे!
उस इंसान की कद्र कम की जाती है ज़माने में जो किसी इंसान की कद्र नहीं करता !
क़द्र कम हो जाती है जब काम पूरा हो जाता है दस्तूर यही है ज़माने का !
गरीब हो या अमीर सबकी कदर करते है इंसानियत को हम अपनी नजर में रखते है !
हम उन चीज़ों की kadar करते हैं, जिन्हे हम खोने से डरते हैं।
जिसे कदर होती है वो छोड़ कर जाते नही छोड़ कर जाने वाले कभी लौट कर आते नही !
वक्त बीत जाने के बाद, kadar की जाए, तो वो kadar नहीं अफ़सोस कहलाता है।
सच्ची मोहब्बत की कदर पहले प्यार के बाद ही पता चलती है !
तेरा ना मिलना मेरा नसीब ही सही लेकिन, ऐ सनम मेरी किस्मत में लिखा है तुझे टूट के चाहना
दीदार जो उनका हुआ, आँखे नमाजी हो गयी, रूठी थी जो °किस्मत मेरी `पल में राजी हो गयी.
आज मेरा मेरी सोच से झगड़ा हुआ है ना जाने क्यो मुझे ऐसा लगा मेरा नसीब बिगड़ा हुआ है !
कुछ तो रहा होगा तेरे मेरे दरमिया वरना रूहानी ख्वाब की ताबीर जिंदगी में कहां नसीब होती है..!
बिछड़ कर तेरी याद में हम आंसू बहा लेते है, पर तेरे अश्क़ भी मेरे नसीब में नही! दीवार पे टंगी तस्वीरे जवाब नही देती।
खूबिओं से नहीं होती मोहब्बत भी सदा, कमियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है
तकदीर ने यह कहकर, बङी #तसल्ली दी है मुझे कि, वो लोग तेरे काबिल ही नहीं थे, जिन्हें मैंने दूर किया है।
किस्मत दो पल में बदल सकता है इन्सान प्रति जो इंसान को बादल दे वो किस्मत नहीं होता अपनी किस्मत पे रोटा वही शक्स हे जिस्को सजों में रोने की आदत नहीं होती